नियम ताक पर. बड़े वाहनों के प्रवेश पर सुबह आठ से रात आठ बजे तक है रोक
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जुर्माने के बावजूद शहर में हो रही इंट्री
नियम ताक पर. बड़े वाहनों के प्रवेश पर सुबह आठ से रात आठ बजे तक है रोक सुबह में आमलोगों के साथ स्कूली बच्चों को भी होती है परेशानी नवादा : शहर में बड़े वाहनों की इंट्री बेरोक टोक जारी है. नो इंट्री की समय सीमा को ताक पर रख कर बड़े वाहनों को शहर […]
सुबह में आमलोगों के साथ स्कूली बच्चों को भी होती
है परेशानी
नवादा : शहर में बड़े वाहनों की इंट्री बेरोक टोक जारी है. नो इंट्री की समय सीमा को ताक पर रख कर बड़े वाहनों को शहर में इंट्री दिलायी जाती है. इस दौरान सड़कों पर खड़े वाहनों से जाम लग जाता है. शहर के मेन रोड, गोला रोड, सब्जी मंडी, पुरानी बाजार सहित कई सड़कों पर नो इंट्री के बावजूद बड़े वाहनों का आवागमन जारी रहता है. सुबह में शहर में प्रवेश करनेवाले बड़े वाहन नो इंट्री की समय सीमा के कारण बाजार में या किसी अन्य सड़क मार्ग पर खड़े होते हैं, इससे दिन भर आने-जाने वाले छोटे वाहनों को काफी दिक्कत होती है.
दूसरे राज्यों से व्यवसायियों का आता है माल : शहर में होनेवाले व्यवसाय के मद्देनजर बड़े व्यापारियों का माल दूसरे राज्यों से ट्रक द्वारा मंगाया जाता है. व्यापारी सुविधा के अनुसार अपने गोदामों में माल उतरवाते हैं. इसके लिये बड़े वाहन शहर में आते हैं. ये वाहन सब्जी, फल सहित रोजमर्रा के सामान को लेकर आते हैं. मेन रोड में फलों और सब्जियों के उतरने का काम शाम ढलते ही शुरू हो जाता है. यह सुबह देर तक चलता है, इससे सुबह में स्कूल जानेवाले बच्चों को परेशानी होती है. कच्चे सामान होने के कारण इनकी डिलेवरी प्रतिदिन होती हैं. इससे इनको रोजाना ही ट्रकों से उतरा जाता है. खाने-पीने की चीजों के साथ अन्य जरूरी सामान की अनलोडिंग भी ट्रकों से शहर में स्थित गोदामों में की जाती है.
यात्री बसों के प्रवेश से भी बढ़ती है परेशानी
शाम में झारखंड, कोलकाता के लिए अस्पताल रोड से खुलनेवाली बसें अमूमन मेन रोड में प्रवेश कर जाती हैं. इससे जाम की स्थिति पैदा हो जाती है. आमतौर पर मुख्य बाजार में देर रात तक लोग मौजूद रहते हैं. इस दौरान बसों, ट्रकों जैसे भारी वाहनों के इंट्री से जो धूल और धुआं उड़ता है, इससे आम जनता काफी परेशानियों का सामना करती है.
भ्रष्टाचार में लिप्त कुछ कर्मचारी दे रहे बढ़ावा
हालांकि प्रशासन द्वारा शहर में बड़े वाहनों के प्रवेश के लिए समय सीमा निर्धारित है. सभी सड़कों पर सुबह आठ से रात के आठ बजे तक बड़े वाहनों का प्रवेश वर्जित है. गोलारोड में सुबह नौ बजे तक की समय सीमा तय है. बावजूद भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिसकर्मी नियमों को ताक में रख कर इन वाहनों के इंट्री और निकासी को अंजाम देते हैं.
सड़कों पर छोड़ देते हैं कूड़ा-कचरा
फलों, सब्जियों के साथ अन्य सामान के उतरने के दौरान निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों को सड़क पर ही छोड़ दिया जाता है. इससे आसपास के लोगों को दिक्कतें होती है. कच्चे सामान को एक जगह से दूसरे जगह भेजने के दौरान उनकी हिफाजत के लिए अतिरिक्त वस्तुएं डाली जाती हैं. सामान उतरने के बाद लोग इसे वहीं छोड़ कर चले जाते हैं. इससे राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ती है.
की जाती है कार्रवाई
शहर में सुबह आठ से रात के आठ बजे तक बड़ी गाड़ियों के प्रवेश पर रोक है. यदि कोई गाड़ी इस तय समय सीमा के बाद शहर में रह जाती है तब उसका परिचालन तय समय सीमा के भीतर नहीं होना है. पकड़े गयी गाड़ियों पर जुर्माना लगा कर फाइन वसूला जाता है. लोगों को इसके लिए समय-समय पर जागरूक भी किया जाता हैं.
नितीश्वर चौधरी, ट्रैफिक प्रभारी
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