सात साल से बिछा है बोल्डर, चलना मुश्किल

पकरीबरावां : प्रखंड मुख्यालय के खपुरा मोड़ से जानेवाली सड़क जो एरूरी से होकर रोह तक जाती है, इस पथ का निर्माण सात वर्ष बीत जाने के बाद भी नहीं हो सका है. पथ का निर्माण 7.13 किलोमीटर तक किया जाना है. पथ का निर्माण कार्य ठेकेदार मेसर्स धनपत प्रसाद द्वारा कराया जा रहा था. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2016 8:10 AM

पकरीबरावां : प्रखंड मुख्यालय के खपुरा मोड़ से जानेवाली सड़क जो एरूरी से होकर रोह तक जाती है, इस पथ का निर्माण सात वर्ष बीत जाने के बाद भी नहीं हो सका है. पथ का निर्माण 7.13 किलोमीटर तक किया जाना है. पथ का निर्माण कार्य ठेकेदार मेसर्स धनपत प्रसाद द्वारा कराया जा रहा था. इसका 31 अक्तूबर 2009 को निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था. यह निर्माण कार्य 30 सितंबर 2010 को ही पूर्ण कराया जाना था. सात वर्ष बीत जाने के बाद भी सड़क का निर्माण पूरा नहीं हो सका है. पथ निर्माण के लिए पांच माह पहले ही हाइ वोल्टेज ड्रामा भी हुआ था.

मारपीट भी हुई थी. इसमें बीडीओ व सीओ को चोटें आयी थीं. पुलिस व पब्लिक के बीच जम कर रोड़ेबाजी हुई थी. मामले में खपुरा, एरूरी सहित कई अन्य गांव के लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर मुकदमा दायर कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था. हद तो हो गयी जब ग्रामीण जिलाधिकारी से लेकर राज्य सरकार तक आवेदन दे रखा है. बावजूद अब तक कोई पहल नहीं हो पा रही है. संपर्क पथ पर बड़े-बड़े बोल्डर बिछा दिये गये हैं. इससे सड़क पर चलना भी मुश्किल हो गया है. सात वर्ष बीत गये परंतु 36 लाख की लागत से बनने वाला यह पथ अब तक क्यों नहीं बना, इसका कोई हाल लेने वाला ही नहीं है.

गांव के लोगों से जब संपर्क करने का प्रयास किया गया तो वे पुलिस केस का हवाला देते हुए कहा कि अधिकारी से लेकर सरकार तक ग्रामीणों की समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं. इसके कारण उक्त पथ से जुड़े लगभग 15 गांव के लोगों के सामने विकट समस्या उत्पन्न है. देखना यह है की आखिर कब अधिकारियों की नींद खुलती है और उक्त पथ का कायाकल्प होता है.

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