सभ्यता व संस्कृति से जुड़ी है हिंदी
नवादा. वरीय नागरिक संघ कार्यालय भवन में बुधवार को हिंदी दिवस हर्षोल्लास के साथ डॉ श्री नंदन शर्मा की अध्यक्षता में मनाया गया. डॉ शर्मा ने उपस्थित वृद्धजन, साहित्यकार, पत्रकारों, समाजसेवियों के बीच भावपूर्ण संबोधन में कहा कि भारतीय संस्कृति का प्राणतत्व हिंदी है. लिहाजा इस पवित्र दिवस पर हम सभी संकल्प लें कि हिंदी […]
नवादा. वरीय नागरिक संघ कार्यालय भवन में बुधवार को हिंदी दिवस हर्षोल्लास के साथ डॉ श्री नंदन शर्मा की अध्यक्षता में मनाया गया. डॉ शर्मा ने उपस्थित वृद्धजन, साहित्यकार, पत्रकारों, समाजसेवियों के बीच भावपूर्ण संबोधन में कहा कि भारतीय संस्कृति का प्राणतत्व हिंदी है. लिहाजा इस पवित्र दिवस पर हम सभी संकल्प लें कि हिंदी भाषा की गरिमा को हर हाल में बचाये रखेंगे. मातृभाषा का अधिक प्रयोग करेंगे. उपस्थित साहित्यकार समाजसेवी ने संबोधन में कहा कि भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी है. यह देश की सभ्यता व संस्कृति से जुड़ा हुआ है.
इस अवसर डॉ ओंकार निराला, सरयू प्रसाद सिंह, रामशरण सिंह ने विचार व्यक्त किये. एक सर्वसम्मत प्रस्ताव के तहत हिंदी का प्रयोग दैनिक जीवन में करने के साथ-साथ सामूहिक प्रचार प्रसार करने का निर्णय लिया गया. जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन नवादा के तत्वावधान में हिंदी दिवस एक सादा सामारोह आयोजित कर स्थानीय प्रोफेसर कोलोनी में मनाया गया. इस सुअवसर पर आयोजित संगोष्ठी की अध्यक्षता सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ ओंकार निराला ने की. समारोह का शुभारंभ महान कवि महाप्राण सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की रचना वर दे वीणा वादणी… से हुआ. इसका प्रस्तुतीकरण गायत्री, छोटी व झुनकी इन तीन बच्चियों द्वारा हुई.