नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने आज सुनवाई के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक राजवल्लभ यादव को बड़ा झटका दे दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर राजवल्लभ से पूछा कि क्यों ना आपकी जमानत रद्द कर दी जाए. सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस का जवाब 17 अक्तूबर से पहले जवाब दाखिल करने का समय दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने इसी प्रकार सहाबुद्दीन को भी नोटिस दिया था जिसके बाद उसकी जमानत रद्द कर दी गयी थी. राजवल्लभ बिहार के नवादा से है विधायक हैं और उनपर नाबालिग से बलात्कार का आरोप है. गौरतलब है कि रेप के आरोपी राजद विधायक राजबल्लभ यादव को बड़ी राहत देते हुए पटना हाईकोर्ट ने 30 सितंबर को जमानत दे दी है. इस केस में काफी दिनों तक फरार रहने के बाद राजबल्लभ ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था. उसके बाद से ही वह जेल में बंद थे. उनके उपर एक छात्रा ने जन्मदिन की पार्टी के बहाने रेप का आरोप लगा है.
रेप का यह मामला इसी साल 6 फरवरी का है. बिहारशरीफ के धनेश्वर घाट मुहल्ला स्थित पड़ोस की एक महिला ने पीड़िता को जन्मदिन की पार्टी के बहाने विधायक के हवाले कर दिया था. पीड़िता का आरोप है कि विधायक ने उसका रेप किया और इसके एवज में 30 हजार रुपये का लालच भी दिया था. राजवल्लभ को जमानत मिलने के बाद भाजपा ने नीतीश रसकार की कड़ी आलोचना की थी. विपक्ष के नेता सुशील मोदी ने कहा था कि राजवल्लभ को जमानत दिलवाने में भी बिहार सरकार ने सहायता की है. हालांकि राजवल्लभ की जमानत के तुरंत बाद ही बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और जमानत रद्द करने की मांग की थी.
गुरुवार को लालू के 2 घंटे बिताए थे राजवल्लभ ने
राजवल्लभ यादव ने गुरुवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मुलाकात की. पटना हाइकोर्ट से जमानत मिलने के बाद राज वल्लभ लालू प्रसाद से मिलने उनके 10, सर्कुलर रोड स्थित आवास पर दिन के लगभग दस बजे पहुंचे. लगभग दो घंटे तक लालू प्रसाद के आवास में वे रुके. इस मुलाकात की चर्चा राजनीतिक गलियारों में तैरने लगी. विरोधियों के विरोध के बीच राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने भी कहा कि जहरीला बयान वे भी दे सकते हैं. इस मुलाकात पर राजवल्लभ ने कहा कि वे राजद प्रमुख लालू प्रसाद को नवरात्र की बधाई देने आये हैं. मुकदमा संबंधी प्रश्न पर उन्होंने कहा कि मैं निर्दोष हूं. मुझे फंसाया गया है. महागंठबंधन की सरकार में फंसाने संबंधी प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार सिस्टम में चलती है. इस सिस्टम को खराब मत करें. इसी सिस्टम के तहत मेरे विरुद्ध राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट गयी है.