आज होगा ताजिये का पहलाम
नवादा, नगर : जिला प्रशासन ने शांतिपूर्ण तरीके से दशहरा मेला संपन्न कराने के बाद मुहर्रम के ताजिया के पहलाम के लिए तैयारी तेज कर दी है. प्रशासन द्वारा दिये गये समय के अनुसार बुधवार रात 12 बजे तक सभी दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन करा दिया जाना है़ प्रतिमा विसर्जन के बाद ताजिया को पहलाम […]
नवादा, नगर : जिला प्रशासन ने शांतिपूर्ण तरीके से दशहरा मेला संपन्न कराने के बाद मुहर्रम के ताजिया के पहलाम के लिए तैयारी तेज कर दी है. प्रशासन द्वारा दिये गये समय के अनुसार बुधवार रात 12 बजे तक सभी दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन करा दिया जाना है़ प्रतिमा विसर्जन के बाद ताजिया को पहलाम के लिए निकाला जाना है. मुहर्रम के लिए ताजिया को इमामबाड़ा के पास से उठाकर पूरे मुहल्ले में घुमाने की व्यवस्था होती है. पारंपरिक तरीके से आर्कषक तरीके से सजे ताजिया को मुहल्ले व आसपास के क्षेत्रों मे घुमाकर बुंदेलखंड बाड़ी में रखा जाता है, जहां से सभी ताजिया एक साथ पहलाम के लिए करबला की ओर जाती है.
बुधवार की सुबह तलवार व लाठी के साथ आकर्षक करतब करते हुए युवाओं की टोली करबला में शहीद हुए दुलारों को याद करते हुए सड़कों पर ताजिया के साथ निकले. अखाड़े में करतब दिखा रहे युवक कई खतरनाक स्टंट भी कर रहे थे.
प्रशासन अलर्ट : सुरक्षा मे कोई चूक नहीं हो इसके लिए प्रशासन अलर्ट दिख रहा है. निर्धारित स्थानों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल एवं दंडाधिकारी लगाये गये हैं. समाहरणालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है, जो पहलाम होने तक लगातार 24 घंटे काम करेगा़ कंट्रोल रूम नंबर 06324-212253 पर फोन करके घटना की जानकारी दी जा सकती है.
करबला में होगा पहलाम : गुरुवार को ताजिया का पहलाम करबला में किया जायेगा. बुंदेलखंड बाड़ी में इकट्ठा हुआ ताजिया एक साथ सुरक्षा व्यवस्था के साथ डीएम आवास के पास बने करबला मे जाकर पहलाम होगा. मुहर्रम का आकर्षक ताजिया भदौनी, बड़ी दरगाह, अंसारनगर आदि मुहल्लों में विभिन्न आयोजन समितियों द्वारा बनाया गया है.
नवादा, सदर : मुहर्रम के दशमी तारीख बुधवार को योमेअसुरा के मौके पर करबला में अकीदतमंदों की काफी भीड़ देखी गयी. शहर के डीएम कोठी के पास स्थित करबला में लोगों द्वारा रोजा खोला गया.
साथ ही पाक कुरान शरीफ की तिलावत की गयी. मोजाबीर मुन्ना ने बताया कि योमाअसुरा के दिन महिला व अन्य अकीदतमंद हजरत मोहमद साहेब के नवासे हजरत हुसैन के शहीद होने के मौके पर करबला में आकर मातम पोशी करते हैं. योमे असुरा का नफिल रोजा खोलते हैं. इस मौके पर अकीदतमंदों द्वारा लोगों के बीच खिचड़ा व शरबत बांटा गया.