मुहर्रम में युवाओं की भागीदारी रही खास

वारिसलीगंज : या हुसैन के नारों के साथ नेवाजगढ़ स्थित करबला में ताजिये का पहलाम किया गया. सप्ताह भर से चली आ रही मुहर्रम पर्व का समापन रविवार को किया गया. क्षेत्र के मुड़लाचक, सफीगंज, मसुदा, मोसमा, बाधी, बरडीहा, तकीयापर सहित दर्जनों गांवों के ताजियों का पहलाम करबला में किया गया. पूरा इलाका या हुसैन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 14, 2016 5:20 AM
वारिसलीगंज : या हुसैन के नारों के साथ नेवाजगढ़ स्थित करबला में ताजिये का पहलाम किया गया. सप्ताह भर से चली आ रही मुहर्रम पर्व का समापन रविवार को किया गया. क्षेत्र के मुड़लाचक, सफीगंज, मसुदा, मोसमा, बाधी, बरडीहा, तकीयापर सहित दर्जनों गांवों के ताजियों का पहलाम करबला में किया गया. पूरा इलाका या हुसैन हसन के नारों से गुंजता रहा.
लाठी की पैंतरेबाजी में युवाओं ने चढ़-बढ़ कर हिस्सा लिया. प्रखंड के मकनपुर के ताजिया को छोड़ कर शेष बने ताजये का पहलाम शुक्रवार को किया जायेगा. इस मौके पर शांति व्यवस्था कायम रखने के उद्देश्य से थानाध्यक्ष मृत्युजंय प्रसाद सिंह के नेतृत्व में चाक-चौबंद व्यवस्था दिखा.
ताजियों को निश्चित स्थान से उठाकर जुलूस की शक्ल में अपने-अपने रास्ते थाना परिसर में पहुंचा, फिर उसी रास्ते करबला तक पहुंचाया जाता है. जुलूस में मोहम्मद शौकत अली खां, लल्लू खां, जावेद खां, इमरान खां सहित सैकड़ों लोग शामिल थे.
हावी रही भावना : मुहर्रम का अपना एक अलग उमंग होता है. इसका जीवंत उदाहरण बना बचपन से दिव्यांग मुड़लाचक निवासी मोहम्मद हुसैन खां के 14 वर्षीय पुत्र शहंशाह हुसैन. शुक्रवार को करबला में अंतिम पहलाम का दृश्य देखने उत्सुकता को शहंशाह दबा नहीं सका.
उनके चेहरे पर दिव्यांगता होने का कोई शिकन देखने को नहीं मिला. जुलूस में बालक चोटिल : मुहर्रम को लेकर निकाले गये ताजिया के प्रत्येक जुलूस में अच्छी संख्या में बच्चे भी शामिल थे. इस दौरान ट्रॉली पर सवार उत्तर बाजार निवासी मोहम्मद नसीम का आठ वर्षीय पुत्र राजू नीचे गिर गया. इससे वह बुरी तरह चोटिल हो गया. आनन-फानन में उसे स्थानीय अस्पताल लाया गया, यहां चिकित्सकों ने इलाज किया. बच्चे को लेकर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गयी. हालांकि इलाज के बाद बच्चे की हालत ठीक बतायी गयी.

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