बाजार से गायब हो गये चाइना पटाखे
नवादा सदर : दुर्गापूजा से पहले पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक व लोगों में जगी देशभक्ति की भावना ने इस साल चाइना पटाखों को बाजार से दूर कर दिया है. विभिन्न संगठनों द्वारा लोगों से चाइनीज वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं किये जाने की अपील की है. पिछले साल की तरह नवादा के बाजार से चाइनीज पटाखे […]
नवादा सदर : दुर्गापूजा से पहले पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक व लोगों में जगी देशभक्ति की भावना ने इस साल चाइना पटाखों को बाजार से दूर कर दिया है. विभिन्न संगठनों द्वारा लोगों से चाइनीज वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं किये जाने की अपील की है. पिछले साल की तरह नवादा के बाजार से चाइनीज पटाखे गायब हो गये हैं.
दूसरी ओर पुराने बाजार स्थित विंध्यवासनी इलेक्ट्रिक में धड़ल्ले से चाइनीज लरी व बल्ब बेचे जा रहे हैं. लगातार चाइनीज सामान का बहिष्कार करने की बातों के बीच नवादा में कुछ ऐसे दुकानदार भी हैं जो पैसे की लालच में अभी भी चाइना लरी, झालर व बल्बों की बिक्री धड़ल्ले से कर रहे हैं.
पुरानी बाजार स्थित विंध्यवासिनी इलेक्ट्रिक दुकान में काफी मात्रा में चाइनीज सजावट की वस्तुओं की बिक्री की जा रही है. दुकानदार सुरेश प्रसाद कहते हैं कि चाइनीज बल्बों की कीमत कम होने के कारण बहुत लोग पसंद करते हैं. भले ही कुछ लाइट ना जले, फिर भी लोग चाइना की लाइटें खरीद रहे हैं. चाइनीज वस्तुओं में दुकानदारों को मुनाफा भी अधिक होता है.
खिलौने व सजावट की वस्तु भी चाइनीज : बाजार में पटाखों को छोड़ दिया जाये तो बल्बों के साथ ही चाइना निर्मित खिलौने व सजावट की वस्तुएं भी काफी मिल रही हैं. दुर्गापूजा में काफी मात्रा में चाइनीज वस्तुओं की बिक्री हो गयी है. लोग घरोंकी सजावट के साथ ही बच्चों का खिलौना भी चाइना निर्मित ही खरीद रहे हैं.
दुकान खोलने में नहीं किया जा रहा नियमों का पालन : पटाखों की दुकान खोलने के लिए जिन नियमों का पालन किया जाना है, उसका ख्याल नहीं रखा जा रहा है. घनी आबादी के साथ साथ होटलों के पास खोले गये पटाखा दुकान कभी भी घातक सिद्ध हो सकता है.
दुकानदारों ने खुद किया बहिष्कार
शहर में दो चार लाइसेंसी के साथ दर्जनों गैर लाइसेंसी पटाखों की दुकानें हैं. भारत के शत्रु देश पाकिस्तान को मदद करनेवाले चाइना का सामान व पटाखा दुकानदारों ने खुद ही नहीं बेचने का फैसला लिया है. चाइनीज पटाखों के नाम पर पहले कम कीमत पर कई प्रकार की पटाखे बिकते थे.
शिवकाशी से ज्यादा पटाखे चाइना बाजार से ही आते थे. फुलझड़ी से लेकर कई तरह के आवाज निकालने वाले पटाखे इस बार बाजार में नहीं हैं. पिछले साल के बचे कुछ चाइनीज सामान बच्चों की बंदुक व गोली मिल रही है. ऐसे पटाखे बचने वाले दुकानदारों का कहना है कि पैसे फंसे हुए हैं, जिन्हें निकलना जरूरी है. मेन रोड में वर्षों से लाइसेंस पर पटाखा बेचने वाले दुकानदार गुलाम मुस्तफा कहते हैं कि देशी पटाखों में बचत कम होगी, लेकिन हम सबों ने देशी पटाखे ही बेचने का निर्णय लिया है. जब बाजार में देशी पटाखे होंगे, तो लोग देशी ही खरीदेंगे.
कई दुकानदारों को नहीं मिले लाइसेंस
दीपावली के मौके पर पटाखा बेचने की अनुमति कई दुकानदारों की अब तक नहीं मिल पायी है. नवादा के पुराने दुकानदार गुलाम मुस्तफा को पहले से लाइसेंस मिल चुका है. रविवार को अग्निशमन विभाग ने भी एनओसी प्रदान किया है. कई दुकानदारों ने लाइसेंस के लिए डीएम के पास आवेदन देने की बात कही है. नगर पर्षद की ओर से भी किसी दुकानदार को त्योहार को लेकर अस्थायी लाइसेंस नहीं दिया गया है.