डॉक्टर टाइम टेबल का करें पालन

निर्देश. बुधवार की रात सदर अस्पताल में हंगामे पर प्रबंधन की लगी क्लास एसडीओ ने सीएस की मौजूदगी में चिकित्सकों व कर्मचारियों के साथ की बैठक नवादा कार्यालय : सदर अस्पताल में बुधवार की रात हुए जबरदस्त हंगामे पर डीएम मनोज कुमार ने संज्ञान लेते हुए तत्काल अस्पताल प्रबंधन की क्लास लगायी है. डीएम के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 21, 2016 4:47 AM

निर्देश. बुधवार की रात सदर अस्पताल में हंगामे पर प्रबंधन की लगी क्लास

एसडीओ ने सीएस की मौजूदगी में चिकित्सकों व कर्मचारियों के साथ की बैठक
नवादा कार्यालय : सदर अस्पताल में बुधवार की रात हुए जबरदस्त हंगामे पर डीएम मनोज कुमार ने संज्ञान लेते हुए तत्काल अस्पताल प्रबंधन की क्लास लगायी है. डीएम के निर्देश पर गुरुवार को सदर एसडीओ राजेश कुमार ने अस्पताल में सिविल सर्जन श्री नाथ प्रसाद की मौजूदगी में बैठक बुलायी. इस दौरान अस्पताल के चिकित्सक, एएनएम सहित कर्मचारी उपस्थित रहें. प्रबंधन द्वारा चिकित्सक, नर्से व कर्मचारियों को दिये गये कार्यावधि पर उपस्थित रहने को सुनिश्चित करना होगा. इस पर कोताही बरतने पर प्रबंधन को कड़ी कार्रवाई करनी होगी. महिला व बच्चा वार्ड में ड्यूटी पर लगी चिकित्सक व कर्मचारियों की सूची मरीजों के लिए बाहरी भाग में उपलब्ध करायी जानी हैं. सभी लोगों को ड्यूटी के दौरान मरीजों के उपचार का काम तन्मयता से दिखाने का निर्देश दिया.
महिला व बच्चा वार्ड में होगी विशेष सुरक्षा : अस्पताल में जच्चा व बच्चा वार्ड की सुरक्षा के लिए खास इंतेजाम किये जाने हैं. पश्चिमी भाग में स्थित वार्ड में हर आने-जानेवाले की निगरानी नाइट विजन सीसीटीवी कैमरे से किया जायेगा. इसकी निगरानी के लिए अस्पताल सरकारी नोडल पदाधिकारी की नियुक्ति करके उत्तरदायित्व को सुनिश्चित करेगा. अस्पताल के मुख्य दरवाजे पर व अतिसंवेदनशील जगहों पर ये कैमरें यहां होनेवाली गतिविधि पर अपनी नजर रखेंगी.
ऐसे में समयावधि में काम करनेवाले सभी कर्मचारियों पर भी नजर रखने में मदद मिलेगी. महिला डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर ऑपरेशन थिएटर के हिस्से में ग्रिल लगाने का काम जल्द ही होना तय किया गया. साथ ही जच्चा व बच्चा की सुरक्षा के लिए सुरक्षा बल पर्याप्त संख्या में तैनात किये जाने हैं. ऑपरेशन थिएटर में पांच डिलवरी टेबल भी उपलब्ध कराया जाना हैं. लोगों को रात में आनेजाने में परेशानी से बचाव के लिए बेहतर रोशनी की व्यवस्था की जायेगी.
ब्लड बैंक की अनवरत सेवा सुनिश्चित कराने की मांग : डॉक्टरों ने अस्पताल में ब्लड डोनेशन व हीमोग्लोबिन टेस्ट की मांग सुनिश्चित कराने की मांग रखी है. इस पर सदर एसडीओ राजेश कुमार ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए सिविल सर्जन से तत्काल प्रबंध के सुझाव भी दिये. इसके लिए विभिन्न ब्लड ग्रुप के रक्तदान करनेवाले इच्छुक लोगों की सूची मरीज के परिजनों को उपलब्ध करायी जायेगी. विभिन्न वार्डों में यह सूची प्रभारी डॉक्टर के पास उपलब्ध रहेगी.
एंबुलेंस की व्यवस्था हो सुनिश्चित
मरीजों को पटना या गया रेफर करने की स्थिति में प्रबंधन को ही एंबुलेंस की सेवा सुनिश्चित करानी हैं. इसके लिए हरेक वार्ड में उपलब्ध एंबुलेंस की सूची ड्राइवर के मोबाइल नंबर के साथ टंगी रहेंगी. मरीज को रेफर करने की स्थिति में पुर्जा पर एंबुलेंस वाहन का नंबर दर्ज किया जाना सुनिश्चित किया गया हैं. महिला वार्ड में प्रसूति के लिए 102 नंबर के एंबुलेंस की सेवा प्रत्येक स्थिति में देना अस्पताल प्रबंधन की जिम्मेवारी होगी.
बेहतर काम की दी सलाह : बैठक में पहुंचे सदर डीएसपी संजय पांडेय ने प्रबंधन को सुरक्षा में लगे कर्मियों की पूरी जानकारी देते हुए उनसे बेहतर काम की सलाह दी. डॉ.परितोष कुमार द्वारा डॉक्टरों की सुरक्षा के बारे में किये सवाल पर उनकी सुरक्षा की व्यवस्था को सुनिश्चित कराया. साथ ही किसी भी अप्रिय घटना पर पैंथर्स के जवान द्वारा सुरक्षा मुहैया कराने की बात भी कही. अस्पताल प्रबंधन के काम में पारदर्शिता बरतने को लेकर एसडीपीओ संजय पांडेय ने भी अपनी राय रखी. इस दौरान सीएस श्री नाथ प्रसाद, डीएस रामनंदन प्रसाद, चिकित्सक मधु सिन्हा,
नीलम कुमारी, पुष्पा कुमारी, बीपी सिंह, श्रीकांत प्रसाद, एसडी अरैयेर, बीबी सिंह, रमेश सिंह, अजय कुमार, राजेंद्र कुमार सहित एएनएम व अस्पताल कर्मचारी उपस्थित थे.
सीसीटीवी कमरे से सुरक्षा व्यवस्था पर रखी जायेगी पैनी निगाह
बैठक के दौरान सदर एसडीओ, सीएस व अन्य अधिकारी.
हैंड ओवर होने के पहले ही सड़ा शव वाहन
अस्पताल में मरीजों की मृत्यु हो जाने पर उनके शव को ले जाने में फजीहत उठानी पड़ती हैं. पोस्टमार्टम होने के बाद कई शवों को ले जाने में प्रशासन को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ती हैं. पिछले कई वर्षों से अस्पताल का शव वाहन खराब पड़ा है. आउटसोर्सिंग पर चल रहे वाहन को अब तक अस्पताल प्रबंधन को हैंड ओवर नहीं किया गया. खुले में पड़ा शव वाहन बिना कोई सेवा दिये बगैर ही सड़ गया. इस पर सदर एसडीओ ने कड़ी फटकार लगाते हुए तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था करने की सलाह प्रबंधन को दी.

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