खेती में आधुनिक तकनीक अपनाएं
20 नवंबर से 10 दिसंबर तक गेहूं फसल लगाने का उचित समय प्रत्येक मंगलवार को पदाधिकारी व विशेषज्ञ दे रहे हैं कृषि सलाह नवादा : खेती की नयी व आधुनिक तकनीकों की जानकारी किसानों तक पहुंचायें ताकि, कम लागत में अधिक उपज हो़ उक्त बातें जिला पदाधिकारी मनोज कुमार ने जिला कृषि टास्क फोर्स की […]
20 नवंबर से 10 दिसंबर तक गेहूं फसल लगाने का उचित समय
प्रत्येक मंगलवार को पदाधिकारी व विशेषज्ञ दे रहे हैं कृषि सलाह
नवादा : खेती की नयी व आधुनिक तकनीकों की जानकारी किसानों तक पहुंचायें ताकि, कम लागत में अधिक उपज हो़ उक्त बातें जिला पदाधिकारी मनोज कुमार ने जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक में रबी फसलों की समीक्षा के क्रम में कहीं.
जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि नवादा में गेहूं बोने का उचित समय 20 नवंबर से 10 दिसंबर तक है. जिले में कई प्रयोगों द्वारा देखा गया कि 10 दिसंबर के बाद गेहूं की बोआई प्रति सप्ताह देर होने पर उपज में पांच क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से कमी आती है. जीरोटिलेज तकनीक जिले के किसानों के लिए काफी फायदेमंद है़ परंपरागत विधि के अपेक्षा जीरोटिलेज में बीज का अंकुरण 2-3 दिन पहले होता है़ डीजल और कृषि रसायनों के प्रयोग में कमी आती है़
डीएम ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देषित किया कि प्रत्येक मंगलवार को सभी प्रखंडों के ई-किसान भवन अथवा निर्धारित स्थल पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी अनिवार्य रूप से बैठेंगे और स्थानीय किसानों की समस्याओं का समाधान करने के साथ-साथ नियमित रूप से नयी कृषि तकनीकों की जानकारी भी प्रदान करेंगे़ डीएम ने अनुदानिक दर पर कृषि यंत्रों की समीक्षा के क्रम में निर्देष दिया कि पिछले दो वर्षों में जो कृषि यंत्र वितरित किये गये हैं, उसका किसानों द्वारा क्या उपयोग किया गया साथ ही उन्हें किस प्रकार का लाभ प्राप्त हुआ?
उसकी पूर्ण रिपोर्ट उपलब्ध करावें. लगभग 15 महीने से लागातार कृषि टास्क फोर्स की बैठक में अनुपस्थित रहने वाले जिला मतस्यपदाधिकारी के विरुद्ध विभाग को लिखने के साथ-साथ उनके द्वारा जिले में समस्त प्रकार की निकासी पर डीएम ने रोक लगाने का निर्देष दिया. गौरतलब हो कि जिला मत्स्य पदाधिकारी नालंदा में पोस्टेड हैं और नवादा के भी प्रभार में हैं. बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह, परियोजना निर्देशक आत्मा विजय कुमार द्विवेदी, कार्यपालक अभियंता संत कुमार सिंह, डीपीआरओ परिमल कुमार आदि थे़