14 सौ का लाभ लेने के लिए लाभुक लगा रहे चक्कर

पकरीबरावां : सरकार के द्वारा चलाये गये बालजननी सुराक्षा योजना पदाधिकारियों की उदासीनता लापरवाही एवं लेखापाल की मानमानी को लेकर टांय-टांय फीस साबित हो रही है.अस्पताल में प्रसव कराने वाली महिलाओं को वर्षों से जननी बाल सुरक्षा योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. सैकड़ों लाभार्थियों को योजना के तहत 1400 रूपये भुगतान पाने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 3, 2016 5:42 AM

पकरीबरावां : सरकार के द्वारा चलाये गये बालजननी सुराक्षा योजना पदाधिकारियों की उदासीनता लापरवाही एवं लेखापाल की मानमानी को लेकर टांय-टांय फीस साबित हो रही है.अस्पताल में प्रसव कराने वाली महिलाओं को वर्षों से जननी बाल सुरक्षा योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. सैकड़ों लाभार्थियों को योजना के तहत 1400 रूपये भुगतान पाने के लिए अस्पताल का चक्कर लगाते लगाते थक जाती हैं.

लेकिन भुगतान नहीं हो पाता है. प्रखंड के अंजुनार गांव निवासी शिव शंकर सिंह ने बताया कि लेखापाल नजराना मांगता है़ उन्होंने कहा कि मेरी बहू पूजा देवी का प्रसव एक जनवरी 2016 को स्वास्थ्य केन्द्र पकरीबरावां में कराया गया. जननी बाल सुरक्षा योजना का लाभ लेने के लिए आग्रह किये जाने पर लेखापाल ने पैसे मांगे़ इस संबध में 11 माह बाद शिवशंकर सिंह के द्वारा मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी नवादा को दूरभाष पर शिकायत दर्ज करायी गयी.

प्रखंड के जलपाल गांव के रहने वाली महिला ललिता देवी एवं प्रमिला देवी ने बताया कि एक वर्ष से जननी बाल सुरक्षा योजना का राशि का लाभ लेने के लिए चक्कर लगा रही हैं. धेवधा पंचायत के उतरी राजवरिया की रहने वाली कुसुम देवी का प्रसव 2 साल पहले कराया गया थ. कुसुम देवी का दूसरा प्रसव भी पकरीबरावां पीएचसी में हो चुका है. लेकिन कुसुम देवी को योजना का लाभ आजतक नहीं मिल पाया है. सैकड़ों लाभार्थी महिलाएं, महीनों व वर्षों से पीएचसी का चक्कर लगाकर हार चुकी है.लेकिन संबधित पदाधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगा है.

गरीब महिलाओं को सरकारी राशि देने के लिए नजराना का मांग कहां तक जायज है. लोगों ने जिलाधिकारी से मामले पर पहल करने की मांग की है.

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