अचानक हुई घटना से हर कोई स्तब्ध

दुखद. शहर में स्कूल निदेशक की असामयिक मौत से चहुंओर शोक की लहर स्कूली बच्चों, शिक्षकों व परिजनों को रोते देख लोगों के निकले आंसू बच्चों के साथ बैडमिंटन खेलने के दौरान छाती में हुई अचानक दर्द शुरू सदर अस्पताल ले जाने के क्रम में रास्ते में ही दम तोड़ा नवादा नगर : न्यू संत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2016 5:32 AM

दुखद. शहर में स्कूल निदेशक की असामयिक मौत से चहुंओर शोक की लहर

स्कूली बच्चों, शिक्षकों व परिजनों को रोते देख लोगों के निकले आंसू
बच्चों के साथ बैडमिंटन खेलने के दौरान छाती में हुई अचानक दर्द शुरू
सदर अस्पताल ले जाने के क्रम में रास्ते में ही दम तोड़ा
नवादा नगर : न्यू संत जेवियर्स स्कूल के निदेशक रवि शंकर कुमार के असामयिक निधन से लोगों में शोक छा गया. सोमवार को विद्यालय पहुंचने के बाद स्कूल के बच्चों के साथ बैडमिंटन खेल रहे थे. इसी क्रम में अचानक छाती में दर्द शुरू होने की शिकायत के बाद सदर अस्पताल ले जाने के क्रम में उनका निधन हो गया. सदर अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया गया. इसके बाद देखते ही देखते अस्पताल परिसर लोगों की भीड़ से खचाखच भर गया. इनके इष्ट-मित्र, शुभचिंतक व उनके परिजनों को परिसर में लोगों ने रोते-बिलखते देखा.
अकौना के थे रवि : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के अकौना गांव के देवेंद्र प्रसाद सिंह के बड़े पुत्र रविशंकर कुमार अपना बाल काल से ही एक संघर्ष का जीवन जिया था. अपने तीन भाइयों में बड़े रवि ने पूरे परिवार को शहर में एक पहचान दिलायी. अपने मेहनत की बदौलत रवि ने अपने संस्थान को मुकाम तक पहुंचाया. मृदुल व मिलनसार स्वभाव के रवि शंकर की मृत्यु की खबर पर लोगों को यकीन नहीं हो रहा था. इन्होंने शहर में अपने संस्थान को विस्तारित करते हुए अकौना के पास भी एक शाखा की स्थापना कर रखी थी. इनकी योजना स्कूल को सीबीएसइ की मान्यता के लायक बनाना था. इस दिशा में इनका प्रयास निरंतर चल रहा था. इनके निधन के बाद सारा माहौल गमगीन दिखा.
फूट-फूट कर रोये स्कूली बच्चे
रवि के निधन की खबर सुनते ही पूरा स्कूल परिवार अस्पताल परिसर में जमा हो गया. स्कूली बच्चे यूनिफाॅर्म में ही पहुंच गये. बच्चों के पहुंचते अस्पताल परिसर रोने की आवाज से गूंज उठा. परिजन व स्कूली बच्चे हर कोई रो रहा था. इस बीच स्कूल की शिक्षिकाएं व शिक्षक को भरे परिसर में रोते देखा गया. विद्यालय परिवार को देख कर पहली बार लगा कि अपनी छोटी सी उम्र में रवि ने अपनों के दिल में खुद के लिये जगह बना रखी थी. परिवार में पत्नी सहित वे अपने पीछे दो छोटे बच्चे, मां-पिता व दो छोटे भाइयों को छोड़ गये है. छोटी उम्र में अपने स्वभाव के बल पर रवि शंकर ने जिले में एक बेहतर स्कूल चलाने के साथ अच्छे व्यक्ति के रूप में अपनी पहचान बना लिया था. यही कारण था कि जिन्हें भी यह खबर मिली कुछ समय तो उन्हें अपने कानों पर यकीन नहीं हो रहा था. इसके बाद उनके कदम बरबस ही सदर अस्पताल की ओर बढ़ जा रहे थे. पत्नी को अपने पति के खो जाने का मानो यकीन ही नहीं हो रहा था. बार-बार उनके मुंह से बस यही निकल पा रहा कि जल्दी इलाज के लिए पटना लेकर जाना है. अचानक हुई इस घटना के बाद शोक संतप्त परिवार को ढांढ़स बंधाने के लिए सांत्वना देने वालों का तांता लगा रहा. शाम में पोस्टमार्टम के बाद खुरी नदी के तट पर इनका दाह संस्कार किया गया.
सैकड़ों लोगों ने लिया हिस्सा
अस्पताल परिसर से लेकर गांव तक सैकड़ों लोगों का हुजूम जमा रहा. शहर के दर्जनों से ज्यादा स्कूल चलानेवालों ने इनके निधन की खबर सुनकर दौड़ आये. हर किसी को भरोसा ही नहीं हो रहा था जो रवि सुबह होने तक स्कूल की गतिविधियों की शुरुआत किया है, वह आज समापन नहीं कर पायेगा. शायद स्कूली बच्चे, शिक्षक व आसपास के लोग भी यह सब देख कर स्तब्ध थे. अपनी अल्प आयु में रवि अपने नाम के अनुरूप चमका जरूर, पर नियति ने इसके प्रकाश को समय के पहले की घने कोहरे में सिमटा दिया.
नवादा नगर न्यू संत जेवियर्स स्कूल के निदेशक रवि शंकर कुमार के असामयिक निधन पर प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर ऐसोशियसन ने शोक व्यक्त की. संघ के पदाधिकारियों ने अध्यक्ष प्रो विजय कुमार की अध्यक्षता में बैठक कर छह दिसंबर को शोकसभा करने का निर्णय लिया. फ्रंट लाइन पब्लिक स्कूल में शाम तीन बजे शोकसभा का आयोजन किया जायेगा. इस बैठक में श्री निवास, धर्मेंद्र प्रसाद सिंह, पंकज कुमार, मनोज मिश्रा आदि लोग मौजूद थे.

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