नशाबंदी: महिलाओं की भागीदारी रही अहम
हिसुआ : मद्य निषेध अभियान के मानव शृंखला बनाने में हिसुआ में महिलाओं की भागीदारी बढ़-चढ़ कर हुई. महिलाओं ने उत्साह दिखाया. विभिन्न विद्यालय की छात्राओं को छोड़ केवल संस्था से जुड़ी महिलाओं की संख्या लगभग 17 से 18 हजार तक की रही. लगभग 1600 जीविका से जुड़ी महिलाएं, लगभग 5000 स्वयं सहायता समूह से […]
हिसुआ : मद्य निषेध अभियान के मानव शृंखला बनाने में हिसुआ में महिलाओं की भागीदारी बढ़-चढ़ कर हुई. महिलाओं ने उत्साह दिखाया. विभिन्न विद्यालय की छात्राओं को छोड़ केवल संस्था से जुड़ी महिलाओं की संख्या लगभग 17 से 18 हजार तक की रही. लगभग 1600 जीविका से जुड़ी महिलाएं, लगभग 5000 स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं, 2 से 3 हजार तक की साक्षर महिलाएं सहित अन्य संस्था की महिलाओं और शिक्षकों का योगदान रहा.
महिला निगम संपोषित ज्ञान गंगा स्वयं सिद्धा सहकारी समिति की अध्यक्षा सरस्वती देवी ने बताया कि स्वयं सहायता समूह और जीविका से जुड़ी केवल साढ़े सात हजार महिलाएं शामिल हुई. एसआरजी पुष्पा कुमारी ने बताया कि तीन हजार तक साक्षर व नवसाक्षर महिलाएं शामिल हुई. ज्ञान-विज्ञान समिति की इंदु देवी ने बताया कि दो सौ से अधिक महिलाएं हम लोगों के सहयोग से शामिल हुई है. पार्ड संस्था के संयोजक पूर्व चितरघट्टी मुखिया अभय सिंह ने बताया कि संस्था व स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हजारों महिलाएं इसमें शामिल हुई. इसके अलावा आशा, सेविका, शिक्षिका व उनके पोषक क्षेत्र की महिलाएं शामिल हुई. इधर, गायत्री शक्ति पीठ हिसुआ से पीठ की अध्यक्षा चंपा देवी के नेतृत्व में अच्छी संख्या में महिलाएं शामिल हुई. महिलाओं को उत्साह शृंखला में छलक रहा था.