खुद के बूते शिखर छू रहे खिलाड़ी
उपलब्धि. सीिमत संसाधनों में राष्ट्रीय स्तर पर जिले को किया गौरवान्वित विभिन्न स्पर्द्धाओं में निखर रही प्रतिभा नवादा नगर : जिले में संसाधन व व्यवस्था की कमी के बावजूद खुद के बूते मंजिलों को छूने में जिले खिलाड़ी सफल हो रहे हैं. स्थायी जिला खेल पदाधिकारी नहीं होने के साथ ही खेल मैदान की दुर्दशा […]
उपलब्धि. सीिमत संसाधनों में राष्ट्रीय स्तर पर जिले को किया गौरवान्वित
विभिन्न स्पर्द्धाओं में निखर रही प्रतिभा
नवादा नगर : जिले में संसाधन व व्यवस्था की कमी के बावजूद खुद के बूते मंजिलों को छूने में जिले खिलाड़ी सफल हो रहे हैं. स्थायी जिला खेल पदाधिकारी नहीं होने के साथ ही खेल मैदान की दुर्दशा के बाद भी हमारे खिलाड़ी एथलेटिक्स, हैंडबॉल, बैडमिंटन, ताइक्वांडो, क्रिकेट आदि में बेहतर कर रहे हैं. हरिश्चंद्र स्टेडियम की बदहाल स्थिति को ठीक करने की बात, तो कई बार अधिकारियों द्वारा की जाती है, लेकिन इसे ठीक करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे हैं. क्रिकेट में अंडर-19 टीम की कप्तानी करनेवाले ईशान किशन, एथलेटिक्स के प्रेम कुंज, विक्रम कुमार, हैंडबॉल की खुशबू, कनक, बैडमिंटन में गुलशन, मयंक, ताइक्वांडो में दीपशीखा आदि खिलाड़ियों ने जो स्थान बनाया है, वह निश्चित ही राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतिभा को दर्शाता है.
खेल के क्षेत्र में आज जो भी खिलाड़ी जिले से आगे बढ़ रहे हैं, उन्हें सरकार से अधिक समाज का साथ मिल रहा है. जिले में कुछ खेल संघ सक्रिय होकर काम कर रहे हैं. विभिन्न खेल संघों से जुड़े लोग घूम-फिर कर कुछ गिने-चुने खेलप्रेमियों के पास मदद के लिए पहुंचते हैं.
क्या कहते हैं खिलाड़ी
जिले में खिलाड़ियों को अपने भरोसे खड़ा रहना पड़ता है. कई बार, तो प्रदेशस्तर पर होनेवाले इवेंटों की जानकारी भी नहीं मिल पाती है. लोग आवेदन करने से लेकर प्रतियोगिता में भाग लेने तक का काम दूसरे जिलों के खेल साथियों की मदद से करते हैं.
संतोष कुमार वर्मा, एथलेटिक्स
खेल संघों की मदद के अलावा और किसी प्रकार का सहयोग खिलाड़ियों को नहीं मिल पाता है. एसोसिएशन के सहयोग से इन दिनों क्रिकेट के स्तर में सुधार आया है. पहले, तो राज्यस्तर की प्रतियोगिताओं का पता भी नहीं चल पाता था. अब माहौल बदला है.
रितेश कुमार, क्रिकेट
क्या कहते हैं एसोसिएशन से जुड़े अधिकारी
खेलों को बढ़ावा देने के लिए हमेशा अपनी ओर से प्रयास करते हैं. हैंडबॉल के अलावा जिन खेलों के लिए भी मदद को लोग आते हैं, उन्हें हरसंभव मदद करते हैं. प्रशासनिकस्तर पर स्टेडियम की दशा को सुधारने की जरूरत है.
डॉ अनुज कुमार, हैंडबॉल संघ
प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए नियमित प्रैक्टिस के साथ सही दिशा में काम करने की जरूरत है. हमारे खिलाड़ी बेहतर करें, इसके लिए प्रयास होता है. एसोसिएशन द्वारा जो काम किया जा सकता है, वह हो रहा है़ इसे आगे बढ़ाने की जरूरत है.
आरपी साहू, ताइक्वांडो संघ
क्रिकेट को आगे बढ़ाया जा रहा है. हेमन ट्रॉफी के लिए लीग मैच, क्रिकेट अकादमी के माध्यम से नये खिलाड़ियों को तैयार करने का काम आदि नियमित तौर से शुरू हुआ है. स्टेडियम की दशा को सुधारने की जरूरत है.
मनीष आनंद, क्रिकेट एसोसिएशन