नवादा नगर : रामनवमी की शोभायात्रा में भाग लेने बिहार में नवादा पहुंचे केंद्रीय मंत्री सह स्थानीय सांसद गिरिराज सिंह ने प्रोटोकॉल के तहत सुरक्षा व्यवस्था नहीं दिये जाने का आरोप लगाया है. साथ ही सर्किट हाउस में कमरा उपलब्ध नहीं होने परगिरिराज सिंह काफी खफा हो गये और सर्किट हाउस के बाहर सीढ़ियों पर ही बैठ कर धरना देने लगे. शोभायात्रा में शामिल होने के लिए विधानसभा में विपक्ष के नेता डॉ प्रेम कुमार भी आये हुए थे. गिरिराज सिंह ने आरोप लगाया कि सीएम (नीतीश कुमार) उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रोड़ेबाजी मामले में राज्य सरकार एकतरफा कार्रवाई कर रही है. उन्होंने कहा कि जुलूस में शामिल होनेवालों को धमकी दी जा रही है. पत्रकारों को झूठे मुकदमे में फंसाने की बात कही जा रही है. उन्होंने कहा कि हिंदुओं के अपमान को बरदाश्त नहीं किया जायेगा. देश में जहां भी हिंदू का अपमान होगा, गिरिराज वहां पहुंचेगा. तुष्टीकरण के खिलाफ जंग जारी रहेगी. गिरिराज सिंह ने कहा कि रामनवमी का जुलूस हमारे गौरव की बात है. इसमें हिंदू समाज के लोग शान से शामिल होंगे.
गौरतलब है कि नवादा में शुक्रवार की दोपहर दो बजे से शोभायात्रा निकलनी थी. केंद्रीय मंत्री करीब एक बजे सर्किट हाउस पहुंचे. उनका आरोप है कि प्रोटोकॉल के तहत न तो उन्हें रिसीव करने की व्यवस्था थी, न ही सर्किट हाउस में कोई कमरा खाली था. उन्होंने कहा कि सरकार तुष्टीकरण के तहत हिंदुओं की आवाज को दबाना चाहती है. इधर, सर्किट हाउस में धरने की खबर मिलते ही एडीजी गुप्तेश्वर पांडेय के साथ मगध कमिश्नर लियान कुंगा, डीएम मनोज कुमार व एसपी विकास बर्मन मौके पर पहुंचे व केंद्रीय मंत्री को मनाने का खूब प्रयास किया.
इस पर मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि आप सीएम के इशारे पर जो हमारी बेइज्जती करना चाहते थे, उसे आपने पूरा कर दिया. इसमें बात करने की कहां गुंजाइश बचती है. इसी दौरान मंत्री के पीए ने उन्हें याद दिलाया कि शोभायात्रा में शामिल होने का समय हो गया है. इसके बाद केंद्रीय मंत्री अपने समर्थकों के साथ खुली जीप में सवार होकर शोभायात्रा के लिए निकल पड़े.
शोभायात्रा के बाद केंद्रीय मंत्री ने प्रभात खबर के संवाददाता को बताया कि ऐसी विशाल शोभायात्रा कभी नहीं निकली थी, ऐसा लग रहा था कि मानो सैलाब उमड़ पड़ा हो. उन्होंने कहा कि उनके खून का एक-एक कतरा हिंदुत्व के लिए है. इसमें एक नीतीश कुमार क्या, हजारों नीतीश कुमार से लड़ाई लड़नी पड़ेगी, तो भी वह पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि उक्त घटना में जिला प्रशासन की कोई गलती नहीं है. सभी वाकये सीएम के इशारे पर हुए हैं.