यहां की लाइफलाइन अधूरी
विकास के मामले में पिछड़ रहे मरुई पंचायत के लोग रोह : अधूरी सड़क के कारण मरुई के लोगों के सपने बिखरने लगे हैं. कम समय में मंजिल तक पहुंचना हर इनसान की चाहत होती है, मगर अधूरी सड़क ने ग्रामीणों की जिंदगी की रफ्तार पर लगाम लगा दी है. इससे लोगों की विकास की […]
विकास के मामले में पिछड़ रहे मरुई पंचायत के लोग
रोह : अधूरी सड़क के कारण मरुई के लोगों के सपने बिखरने लगे हैं. कम समय में मंजिल तक पहुंचना हर इनसान की चाहत होती है, मगर अधूरी सड़क ने ग्रामीणों की जिंदगी की रफ्तार पर लगाम लगा दी है. इससे लोगों की विकास की गति कछुए की चाल चल रही है. कहने को, तो जिले की सबसे अधिक मुसलिम आबादी वाला गांव मरुई है.
स्थानीय लोगों की मानें, तो वर्षों से उनका एकमुश्त वोट लेकर उन्हें विकास का सब्जबाग दिखाया जा रहा है.लेकिन, आज भी उन्हें एक अच्छी सड़क के लिए तरसना पड़ रहा है. महरावां से मरुई तक करीब चार किमी लंबी सड़क कई साल से अधूरी पड़ी है. अधूरी सड़क के कारण करीब 15 हजार की आबादी को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. अच्छी सड़क नहीं रहने से काफी कम संख्या में वाहन चलते हैं. इससे बच्चों को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए रोह जाना मुश्किल होता है. गांव के चहुंमुखी विकास में अधूरी सड़क बाधा बन रही है. ग्रमीणों ने बताया कि इस संबंध में ग्रामीण कार्य विभाग, रजौली के कार्यपालक अभियंता को कई बार जानकारी दी गयी लेकिन कोई काम नहीं हुआ.