मंदिरों में खुलेआम कराये जा रहे बाल विवाह

रजौली : प्रखंड के नीचे बाजार स्थित राज शिवाला व ठाकुरबाड़ी मंदिर में प्रति वर्ष काफी संख्या में बाल विवाह कराये जाते हैं. सारे ताम झाम के साथ दूर-दराज के लोग यहां शादी समारोह में आते हैं. यहां शादी करने में खर्च भी बहुत कम होता है. दूसरे राज्यों के लोग भी यहां शादी रचाते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2017 9:14 AM
रजौली : प्रखंड के नीचे बाजार स्थित राज शिवाला व ठाकुरबाड़ी मंदिर में प्रति वर्ष काफी संख्या में बाल विवाह कराये जाते हैं. सारे ताम झाम के साथ दूर-दराज के लोग यहां शादी समारोह में आते हैं.
यहां शादी करने में खर्च भी बहुत कम होता है. दूसरे राज्यों के लोग भी यहां शादी रचाते हैं. इस कारण लगन के समय यहां भीड़ लगी रहती है. थाना क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में खुलेआम बाल विवाह हो रहा है. जबकि यह जुर्म है. इसके लिए दो साल तक सजा भी है.बाल विवाह कराने आये एक दंपती से पूछने पर नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि हमलोग मजदूरी कर अपना तथा अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. ईंट भट्ठे का सीजन आते ही हमलोग दूसरे राज्यों में काम करने चले जाते हैं. बच्चियां घर पर अकेली रह जाती हैं.
इससे हमें डर सताता रहता है. इसी कारण उसकी शादी जल्दी कर देते हैं. उन्होंने बताया कि पुजारी के अनुसार, मंदिर में शुल्क के रूप में वर पक्ष से 251 रुपये व वधु पक्ष से मात्र 151 रुपये लिये जाते है. यहां शादी के सर्टिफिकेट के रूप में मंदिर की रसीद दी जाती है. यहां शादी के लिए ब्राह्मण की भी व्यवस्था रहती है. मंदिर परिसर में मेला सा लग जाता है. लगन के समय शादी के गीत एवं डीजे की धुन से मंदिर परिसर गुंजायमान रहता है. एसडीओ शंभु शरण पांडेय ने बताया कि बाल विवाह कानूनन जूर्म है. ऐसे विवाह से बच्चों को शारीरिक व मानसिक रूप से क्षति पहुंचती है. लोगों से अपील करता हूं कि बाल विवाह से नाता तोड़ें. बाल विवाह कराते पकड़े जाने पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

Next Article

Exit mobile version