पराली जलाने वाले किसान तीन साल तक सरकारी योजनाओं के लाभ से होंगे वंचित : बीडीओ
अगजनी व लू से को लेकर अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में दिये गये निर्देश
कौआकोल.
प्रखंड कार्यालय के सभागार कक्ष में बुधवार को बीडीओ सुनील कुमार चांद की अध्यक्षता में जनप्रतिनिधियों, विभागीय कर्मियों व जीविका के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की गयी. इसमें मुख्य लू व अगजनी की बढ़ती घटनाओं से बचाव को लेकर चर्चा की गयी. बीडीओ सुनील कुमार चांद ने कहा कि लू व अगजनी की घटनाओं की सूचना लगातार मिलती रहती है. ऐसे में जागरूकता के माध्यम से ही इस पर काबू पाया जा सकता है. उन्होंने लोगों को निर्देश देते हुए कहा कि सबसे अधिक घटना खेतों में पराली जलाने से व घर में खाना बनाने के दौरान घटित हो रही हैं. बीडीओ ने कहा कि किसानों को जागरूक करें कि पराली जलाना पर्यावरण के लिए काफी नुकसानदेह है. इससे आग लगने की भी घटनाएं हो रही हैं. ऐसे में उन्होंने लोगों से अपील की कि किसान खेतों में पराली नहीं जलाएं. पराली जलाने व पकड़े जाने पर वे तीन साल तक सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हो सकते हैं.लू से बचने के करें उपाय:
पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ पंकज कुमार ने लू से बचाव को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में लू लगने के बाद ग्लूकॉन-डी पीने से परहेज करें व इसके जगह पर ओआरएस का घोल का उपयोग कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि लू की कि चपेट में आने पर लोगों के शरीर में पानी की कमी हो जाती है, ऐसा बिल्कुल भी नहीं होने देना चाहिए. इसके लिए पानी, छांछ, ओआरएस का घोल या घर में बने पेय जैसे-लस्सी, नींबू पानी, आम का पन्ना आदि का सेवन करना लाभदायक होता है. लोगों को दोपहर के समय धूप में बाहर निकलने से बचना चाहिए. धूप में निकलते समय अपने सिर पर कपड़े, टोपी अथवा छतरी का उपयोग करना उचित होगा. धूप में निकलने के पहले लोग तरल पदार्थ का सेवन करें, पानी हमेशा साथ रखें व गरिष्ठ, वसायुक्त,ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन व अल्कोहल, चाय, काफी जैसे पेय पदार्थ का उपयोग कम से कम करना चाहिए.
अगजनी व खराब चापाकलों के बारे में दें सूचना:
सीओ मनीष कुमार ने कहा कि जनप्रतिनिधि पेयजल संकट के लिए तुरंत प्रशासन को सूचित करें. उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से एडवाइजरी नंबर भी जारी किया गया है. लू से बचाव को लेकर एवं लू लगने पर आवश्यक जानकारी प्राप्त करने के लिए लोग 9470003537 पर स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें. अगजनी की घटना की सूचना देने के लिए फायर ब्रिग्रेड के नंबर 112 अथवा 8271737675 पर फोन करें. तथा पेयजल संकट के लिए 06324-210036 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं. मौके पर पीएचसी के स्वास्थ्य प्रबंधक रविचंद प्रसाद, जीविका बीपीएम हलधर दास, अग्निशमन विभाग के चालक मानस कुमार समेत दर्जनों जनप्रतिनिधि,राजस्व कर्मचारी आदि लोग मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है