नवादा : जिला में लगातार संक्रमण के नये मामले को देखते हुए जिन क्षेत्रों में अधिक संख्या में मरीज मिल रहे हैं उन्हें कंटेनमेंट जोन के रूप में चिह्नित किया गया है. जिला प्रशासन द्वारा जारी सूची के अनुसार पूरे जिले में कुल 53 नये कंटेनमेंट जोन चिह्नित किये गये हैं. इन क्षेत्रों से 521 संक्रमित मरीज मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन सभी क्षेत्रों में जाकर संदिग्ध लोगों की कोविड-19 जांच की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बताया गया कि जांच का दायरा अब बढ़ गया है. प्रत्येक प्रखंड में प्रतिदिन एक सौ से अधिक जांच करनी है. इसके अलावा सदर अस्पताल और अनुमंडल अस्पतालों में भी लगातार जांच किया जा रहा है.
जिला में 53 कंटेनमेंट जोन बनाये गये हैं. कंटेनमेंट जोन में संक्रमण के खतरे को देखते हुए यहां पर सुरक्षा के इंतजाम के साथ ही आने जाने पर रोक लगाया गया है. लोग कम से कम गतिविधि करें इसके लिए कंटेनमेंट जोन के बाहर बोर्ड लगाने, लोगों को जागरूक करने, साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन कराने का काम किया जाना है. जिला सूचना जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार कंटेनमेंट जोन बने एरिया में लागू होने वाले सभी नियमों को पालन करने का निर्देश दिया गया है. बताया गया कि कंटेनमेंट जोन बने संक्रमित एरिया में कुल 521 कोविड-19 संक्रमित मरीज मिले हैं. नवादा सदर प्रखंड में 24, काशीचक में चार, सिरदला में दो, रजौली में चार, कौआकोल में दो, अकबरपुर में तीन, गोविंदपुर में चार, पकरीबरावां में दो, हिसुआ में दो, नारदीगंज में तीन, वारिसलीगंज में एक, नरहट में एक व मेसकौर प्रखंड में एक कंटेनमेंट जोन बनाया गया है.
इधर जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित किये गये समय से अधिक देर तक दुकानें खुली रहने पर अधिकारी ने कार्रवाई करते हुए दो दुकानों को सील कर दिया है. बुधवार को शहर के लाल चौक पर स्थित दो मुर्गा दुकानों को अधिकारी ने सील कर दिये. सदर एसडीओ उमेश कुमार भारती व बीडीओ कुमार शैलेंद्र ने पुलिस के जवानों की उपस्थिति में दोनों दुकानों में ताला लगा दिया. सदर एसडीओ उमेश कुमार भारती ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार मछली, मुर्गा, मीट, अंडा आदि की दुकानों को सुबह सात से 10 बजे तक तथा शाम में पांच से आठ बजे तक खोलने का आदेश जारी किया गया है. लेकिन, लाल चौक पर स्थित मेराज आलम तथा मोहम्मद नन्नू के मुर्गा दुकान एक 11:30 बजे तक खुले हुए थे. सरकारी आदेश के उल्लंघन के आरोप में इन दोनों दुकानों को सील कर दिया गया है. अधिकारी ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के साथ-साथ सभी को मास्क लगाना अनिवार्य है. समय-समय पर हाथ धोते रहने तथा सैनिटाइज कराने की इंतजाम भी किया जाना है.
इस बीच शहर की दुकानों में काम करने वाले दुकानदार व कर्मचारी कोरोना के खतरे से बचे हैं या नहीं. इसकी जांच को लेकर अब शहरी क्षेत्र में कैंप लगाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच कर रही है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब सदर प्रखंड क्षेत्र के शहरी एरिया में कैंप लगा कर वहां पर स्थानीय दुकानदारों और वहां काम करनेवाले कर्मियों की कोविड-19 जांच कर रहे है. सैंपल लेकर तत्काल जांच की रिपोर्ट दी जा रही है. सदर एसडीओ उमेश कुमार भारती व बीडीओ कुमार शैलेंद्र जांच स्थल पर पहुंच कर वहां पर स्थानीय लोगों को कोरोना जांच कराने के लिए प्रेरित किये. अधिक से अधिक संख्या में जांच करके कोविड-19 के खतरे को जाना जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कहा कि जांच के लिए पर्याप्त मात्रा में किट उपलब्ध कराये गये हैं. एंटीजन किट के माध्यम से मौके पर ही जांच के बाद रिपोर्ट उपलब्ध करा दिया जा रहा है. कोविड-19 के खतरे से बचने के लिए यह जरूरी है कि हमें पता रहे कि आसपास में संक्रमण का खतरा कितना अधिक है. यदि दुकानदार संक्रमित नहीं होंगे तो इसके फैलाव को काफी हद तक रोका जा सकेगा. अनलॉक 0.3 में सभी दुकानों को खोलने का निर्देश दे दिया गया है.
posted by ashish jha