अब पार्षद प्रतिनिधि ने थाने में दिया आवेदन
नगर पर्षद के अधिकारी और कर्मियों की कार्यशैली पर जताया आक्रोश
नगर पर्षद के अधिकारी और कर्मियों की कार्यशैली पर जताया आक्रोश
हिसुआ.
मंगलवार को नगर पर्षद हिसुआ में कर्मियों, वार्ड पार्षद और पार्षद प्रतिनिधियों के बीच झड़प हुई थी. यह मामला बुधवार को भी काफी तूल पकड़े रहा. नगर पर्षद कर्मी ज्योति प्रकाश के थाने में आवेदन देने के बाद पार्षद प्रतिनिधि पवन कुमार ने भी काउंटर केस करने के लिए आवेदन दिया है. पार्षद और पार्षद प्रतिनिधियों ने नप के अधिकारी और कर्मियों पर कई माह से लगातार मनमानी करने, आवास योजना, जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने सहित अन्य जनहित के कामों में नाजायज राशि वसूलने, मनमाने तरीके से सरकारी राशि का दुरुपयोग करने, बिना सशक्त समिति और क्रय समिति की सहमति के कमीशन पर सामानों का क्रय करने आदि का आरोप लगाया है. पार्षदों और प्रतिनिधियों ने खुलकर कहा कि कर्मी ने झूठा मुकदमा का आवेदन है. मुद्दा नाजायज राशि मांगने और जनहित के कामों को अटकाने का था. इस पर कर्मियों ने दबंगता दिखायी और वार्ड पार्षद पति जितेंद्र कुमार पर जानलेवा हमला किया.मुख्य पार्षद पूजा कुमारी के प्रतिनिधि पवन कुमार ने नपकर्मी ज्योति प्रकाश और डाटा ऑपरेटर सहित अन्य पर आरोप लगाकर थाने में आवेदन दिया है. मनीष कुमार पर जान से मारने की कोशिश करने का आरोप है. इसके अलावा अन्य कर्मियों पुरुषोत्तम पांडेय, रजनीश कुमार गुलशन, आशुतोष कुमार और विक्की कुमार पर दबंगता दिखाते हुए कार्यालय से बलपूर्वक बाहर निकालने का आरोप लगाया है. साथ ही जातिसूचक शब्द और गाली-गलौज करने का आरोप लगाया है. जितेंद्र कुमार, उपेंद्र कुमार उर्फ फुल्लो, मोहित कुमार, उत्तम कुमार के साथ दबंगता दिखायी गयी.
इओ पर भी लगा आरोप
प्राथमिकी आवेदन में इओ अतिश रंजन के आने के बाद कर्मियों की मनमानी बढ़ने की बात अंकित की गयी है. इनके कार्यकाल से खुलकर नाजायज राशि मांगे जाने का आरोप लगा है. बैठक के दौरान पार्षद और पार्षद प्रतिनिधियों ने खुलकर कहा कि इस घटना को अंजाम इओ के इशारे पर दिया गया है. अवैध वसूली इनके कार्यकाल में जमकर हो रही है.पत्रकार की मौत का मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने गये थे जितेंद्र
पार्षद प्रतिनिधि जितेंद्र कुमार ने बताया कि हाल ही सड़क दुर्घटना में पत्रकार पिंटू कुमार की मौत हो गयी थी. उनका मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने वे गये थे. कई बार आवेदन गलती भरे जाने के नाम पर परेशान किया गया. गलती सुधारकर जमा करने पर भी टाल-मटोल किया गया. मृत्यु प्रमाणपत्र नहीं बनने से पीड़ित परिवार को राहत की राशि नहीं मिल रही है.डीएम, एसपी समेत नगर विकास विभाग को दिया जायेगा आवेदन
इस घटना के बाद मंगलवार और बुधवार को दोनों दिन पार्षद और पार्षद प्रतिनिधियों ने बैठक की. इओ के योगदान के बाद से लगातार इओ और कर्मियों की मनमानी बात कही. जमकर आक्रोश दिखाया गया. 20 मार्च से पार्षद और पार्षद प्रतिनिधि अनिश्चितकालीन धरना पर जाने का निर्णय लिये. उक्त मनमानी, झूठा मुकदमा, नाजायज राशि की वसूली, सरकारी राशि का दुरुपयोग आदि मुद्दों को लेकर धरना पर जाने की सूचना डीएम, एसपी और नगर विकास विभाग को आवेदन देकर देने का निर्णय लिया. बैठक में लगभग सभी पार्षद और पार्षद प्रतिनिधि उपस्थित थे.क्या कहते हैं अफसर
इस मामले पर इओ अतीश रंजन ने कहा कि नप के कर्मियों के साथ मारपीट करना कहां तक जायज है. वार्ड पार्षद और प्रतिनिधि गलत तरीके से काम कराना चाहते हैं. सांख्यिकी पदाधिकारी ज्योति प्रकाश ने कहा कि नाजायज राशि मांगे जाने की बात बेबुनियाद है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है