एएनएम की अनिश्चितकालीन हड़ताल पांचवें भी जारी रहने से काम-काज प्रभावित
ऑनलाइन हाजिरी के खिलाफ आंदोलन जारी
फोटो कैप्शन – हड़ताल पर एएनएम कर्मी. प्रतिनिधि, नवादा कार्यालय ऑनलाइन हाजिरी के खिलाफ और समान काम का समान वेतन देने समेत विभिन्न मांगों के समर्थन में संविदा पर बहाल एएनएम की हड़ताल अब व्यापक रूप ले लिया है. जिला मुख्यालय नवादा से शुरु हुई हड़ताल सभी प्रखंडों में भी पहुंच गयी है. विभिन्न प्रखंडों के सीएचसी और पीएचसी में कार्यरत संविदा पर बहाल एएनएम की अनिश्चितकालीन हड़ताल पांचवे दिन भी जारी रही. कर्मियों ने इस दौरान नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन भी किया. इससे जिले में टीकाकरण और पोलियो अभियान समेत कार्य कार्य बाधित हो रहे है. सदर अस्पताल में सैकड़ों संविदा एएनएम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने का विरोध कर रही हैं. इसके साथ ही समान काम के लिए समान वेतन की मांग कर रही हैं. इस अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन को लेकर अलग-अलग प्रखंडों की एएनएम ने अपने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवेदन देकर सूचित कर दिया है और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है. इस आवेदन में कई जरुरी मुद्दे उठाये गये हैं. कर्मियों ने बताया कि जो संविदा के आधार पर एनएचएम के तहत एएनएम काम कर रही हैं. जिनका वेतन बहुत ही कम है. उन्हें एफआरएस पोर्टल के जरिये रजिस्ट्रेशन करवा कर अटेंडेंस बनाने के लिए कहा जा रहा है. यानी इस व्यवस्था के शुरू होने पर सभी एएनएम को सुबह नौ से शाम पांच बजे तक अपने इलाके में ही रहना होगा. हालांकि, हड़ताल पर गए कर्मियों का कहना है कि अगर एक मिनट की भी देरी होगी, तो हमारा अटेंडेंस मान्य नहीं होगा और हमलोग फील्ड में रहते हैं. तीन टाइम अटेंडेंस बनाना बिल्कुल ही संभव नहीं है. इस व्यवस्था के शुरू होने पर सभी एएनएम को सुबह नौ से शाम पांच बजे तक अपने इलाके में ही रहना होगा. सुबह नौ बजे उपस्थिति दर्ज कराने और शाम पांच बजे लौटने के दौरान भी अपनी उपस्थिति फेस के जरिये दर्ज करनी होगा. जबकि स्थायी एएनएम, जीएनएम और अन्य स्थायी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए यह व्यवस्था लागू नहीं की गयी है. सबसे ज्यादा सख्ती की जरूरत सीनियर अधिकारियों पर है, जिन्हें अनुबंध एएनएम की अपेक्षा कई गुना ज्यादा मेहनताना मिलता है. संघ के अधिकारियों ने कहा कि मुख्य मांगे एफआरएएस अटेंडेंस को हटाया जाए, समान काम के लिए समान वेतन दिया जाए, संविदा कर्मियों को नियमित किया जाए, पांच माह के बकाया वेतन को दिया जाए, स्वास्थ्य केंद्रों पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करायी जाए, आने जाने की सुविधा उपलब्ध करायी जाए, एनएचएम कर्मियों को नियमित किया जाए आदि शामिल है. सरकार के दोहरी रवैया से परेशान हैं एएनएम: सदर अस्पताल में एकत्रित हुए सभी एएनएम कर्मियों का कहना है कि सरकार हम लोगों के प्रति दोहरी रवैये को अपना रही है. सरकार की यह दोहरा चरित्र ठीक नहीं है. सिर्फ हम कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले सभी एएनएम को ही फेस अटेंडेंस व अन्य तरह की मांगों को लेकर परेशान किया जा रहा है. जबकि हमलोगों की मांगे सरकार व अधिकारियों को लिखित रूप में दे दी गयी है. फिर भी पिछले 5 दिन बीत जाने के बाद भी सरकार और अन्य पदाधिकारी का हमारा हम लोगों के ऊपर ध्यान नहीं है.
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