नवादा कार्यालय. जब रक्षक ही भक्षक बन जाय, तो आखिर आमलोगों किस पर भरोसा करे. कुछ ऐसा ही मामला नवादा नगर थाना क्षेत्र के नवादा नारदीगंज पथ पर खरीदी बिगहा के पास सामने आया है. जहां ड्यूटी पर तैनात डायल-112 की सिपाही ने रात में हेलमेट जांच के नाम पर एक बाइक पर सवार दो व्यक्ति से 10 हजार रुपये ले लिया. करीब आठ हजार 200 रुपये नकदी व एक हजार 800 रुपये यूपीआइ की माध्यम से अपने एक सहयोगी पर मंगवा लिया था. सहयोगी खरीदीबिगहा स्थित दुकान से प्राइवेट प्रैक्टिस करता है, जो एक ग्रामीण डॉक्टर से चर्चित हैं. पीड़ित व्यक्ति ने अवैध वसूली की जानकारी से एसपी को अवगत कराया. एसपी अंब्रिशत राहुल ने मामले को अतिसंवेदनशील मानते हुए इसकी जांच सदर एएसपी अनोज कुमार को दिया. एएसपी अनोज कुमार ने मामले की विभिन्न बिंदुओं पर जांच बाद घटना को सत्य करार दिया. तब कही मौके से एमइआरभी में तैनात सिपाही सहित उनके एक अन्य सहयोगी पर वादी सूरज कुमार के आवेदन पर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. दर्ज मामले के आधार पर दोनों सिपाही सहित एक अन्य स्थानीय सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
चार सितंबर की रात की है घटना:
एएसपी अनोज कुमार ने बताया कि नवादा नारदीगंज पथ पर खरीदीबिगहा के पास डायल-112 बाइक सवार पुलिस ने चार सितंबर की रात एक बाइक पर सवार दो लोगों को रोका तथा हेलमेट नहीं रहने 10 हजार रुपये वसूल कर लिया था. इसमे से करीब आठ हजार दो सौ नकदी व एक हजार आठ सौ रुपये अपने एक सहयोगी पर ऑनलाइन से मंगवाया गया था. पूरी मामले की जांच सत्य पाया गया. दोनों बिहार पुलिस में तैनात सिपाही व एक अन्य सहयोगी के विरुद्ध में नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार सिपाही बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के हीरा टोला निवासी कमल किशोर यादव के 37 वर्षीय बेटे इंदजीत कुमार तथा लक्खीसराय जिले के कवैया थाना क्षेत्र के पंजाबी मोहल्ले निवासी चंद्रशेखर मंडल के 31 वर्षीय बेटे सुनील भारती तथा एक अन्य सहयोगी जिले मुफस्सिल थाना क्षेत्र झुनाठी गांव निवासी जयनंदन रविदास के 31 वर्षीय बेटे पंकज कुमार है. पुलिस ने नगर थाने में दर्ज मामले की तहत भारतीय न्याय संहिता की तहत विभिन्न धाराओं में न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.
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