45 दिनों के लिए केजी रेलखंड पर चार जोड़ी ट्रेनें रद्द, यात्रियों की बढ़ी परेशानी
गया रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म छह और सात के पुनर्विकास कार्य किये जाने कारण किऊल-गया रेलखंड पर चार जोड़ी ट्रेनों का परिचालन रद्द
नवादा नगर. जिले में अब नवादा के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. गया रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म छह और सात के पुनर्विकास कार्य किये जाने कारण किऊल-गया रेलखंड पर चार जोड़ी ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया गया है. लोगों को परेशानी का सामना अब करना पड़ेगा. किऊल-गया रेलखंड पर चार जोड़ी ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया गया है. 24 नवंबर से सात जनवरी 2025 तक कुल आठ ट्रेनों का परिचालन रद्द करने की घोषणा की गयी है. पूर्व मध्य रेलवे के सीपीटीएम, हाजीपुर द्वारा सभी सीनिरयर डीओएम को प्रेषित पत्र में किऊल-गया रेलखंड की आठ ट्रेनों का परिचालन रद्द रखने की सूचना दी गयी है. इन परिस्थितियों में अब अपने गंतव्य तक जाने के लिए नियमित यात्रियों को अन्य विकल्पों का सहारा लेने की बाध्यता हो गयी है. खास कर वैसे लोगो को ज्यादा परेशानी हो रही है. जिनके घरों में शादी विवाह का माहौल है. इनके यहां रिस्तेदारो को आने जाने में रेल मार्ग का ही साधन है. यात्रियों की बढ़ी चिंता : गया से किऊल तक परिचालित कई बेहद निर्भरता वाली ट्रेनों के रद्द हो जाने से यात्रियों की परेशानी चरम पर है. दो फास्ट और छह पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन रद्द किये जाने की सूचना दी गयी है. 03615-03616 अप-डाउन जमालपुर-गया फास्ट पैसेंजर के अलावा 03385-03386 अप-डाउन झाझा-गया पैसेंजर के साथ ही 03390 गया-किऊल पैसेंजर, 03393-03394 अप-डाउन किऊल-गया पैसेंजर व 03627 किऊल-गया पैसेंजर का परिचालन 45 दिनों के लिए रद्द कर दिया गया है. केजी रेलखंड पर गया से सुबह चलने वाली पहली सवारी गाड़ी 03386 झाझा-गया पैसेंजर दैनिक यात्रियों के लिए सबसे मुफीद ट्रेन है. सामान्यत इसी ट्रेन से सरकारी सेवारत ज्यादातर दैनिक यात्री अपने दफ्तरों के लिए रवानगी करते हैं. इस ट्रेन से सभी अपने नियत समय पर कार्यालय पहुंच जाते हैं, लेकिन इसे रद्द कर दिया गया है. इसके विकल्प के तौर पर गया से खुलने वाली दूसरी ट्रेन 05404 गया-जमालपुर फास्ट पैसेंजर है, जिसके परिचालन में टाइमिंग का ध्यान नहीं रखे जाने से बड़ी बाधा रहती है. इस ट्रेन से तिलैया, नवादा, वारिसलीगंज, काशीचक और शेखपुरा तक जाने वाले यात्री हमेशा ही कार्यालय पहुंचने में लेट हो जाते हैं. ऐसे में अब सभी दैनिक यात्रियों को बस अथवा अपनी बाइक से आने-जाने की वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी. जिससे पैसे और समय की बर्बादी है. 03615 जमालपुर-गया फास्ट पैसेंजर का इस्तेमाल भी बहुतायत में होता रहा है. खासकर गया के लिए वापसी करने वालों के लिए यह एक अच्छा विकल्प साबित होता था, लेकिन इसके लाभ से भी वंचित रहना पड़ जायेगा. गया से वापसी में 03616 गया-जमालपुर फास्ट पैसेंजर काफी बेहतर साबित होता रहा है. यह नवादा से वारिसलीगंज, काशीचक आदि स्टेशन तक के लिए वापसी करने में सहायक सिद्ध होती रही है. किऊल से गया के लिए सुबह परिचालित 03627 किऊल-गया पैसेंजर का रद्द रहना भी काफी कष्टप्रद साबित होने वाला है. इसके अलावे एक्सप्रेस ट्रेनों में कमाख्या एक्सप्रेस को मानपुर तक ही परिचालन किया जायेगा. क्या कहते हैं लोग समय की बर्बादी है. मैं अपने दुकान का समान नवादा से खरीद कर वारिसलीगंज डेली अप डाउन करता हूं. दिन भर में लौटना पड़ता था, शाम फास्ट पैसेंजर को पकड़ कर आ जाता था. पर अब बस से समान लाना पड़ रहा है. जो समय के साथ परेशानी भी बढ़ गयी है. संतोष कुमार, वारिसलीगंज, यात्री रद्द करने से अच्छा था कि मानपुर से चालू रखते ट्रेन को गरीब गुरबा मरीजों को नवादा आने में काफी परेशानी हो रही है. मानपुर से खुलने से लोकल रोजमर्रा यात्रियों को सहूलियत होती. दवा बिक्रेता संघ इसका घोर निंदा करती है. बीके रॉय, समाज सेवी सह दवा बिक्रेता संघ के अध्यक्ष नवादा
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