रजौली में 45.38 प्रतिशत वोटरों ने किया मतदान
पुलिस व प्रशासन की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था में शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न
दो जगहों पर खराब इवीएम की शिकायत पर बदला गया
फोटो-बूथ पर मतदान करते रजिस्ट्रार व अन्य
-बूथ पर कतारों में खड़े मतदातारजौली विधानसभा का कंट्रोल रूम प्रखंड परिसर स्थित सभागार में बनाया गया था. एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष, अनुमण्डल कृषि पदाधिकारी अविनाश कुमार, बीडीओ अनिल मिस्त्री व बीपीआरओ राजन कुमार के अलावा अन्य दर्जनों कर्मी क्षेत्र के सभी बूथों पर हो रहे. गतिविधियों की जानकारी इकट्ठा करने में लगे हुए थे. लोकसभा मतदान के लिए रजौली विधानसभा में कुल 338 बूथ बनाये गये थे, जिनमें 102 नक्सल प्रभावित बूथ, 161 संवेदनशील बूथ व 75 सामान्य बूथ बनाये गये थे. वहीं, इंटर स्कूल रजौली स्थित बूथ संख्या 288 को पिंक बूथ एवं हरदिया के प्राथमिक विद्यालय के दक्षिणी भाग स्थित बूथ संख्या 316 को दिव्यांग बूथ बनाया गया था. जहां दिव्यांगजनों के लिए व्हीलचेयर आदि की व्यवस्था की गयी थी. रजौली विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 337441 थी, जिनमें 174766 पुरुष, 162656 महिलाएं व 19 थर्डजेंडर शामिल थे. लोकसभा चुनाव में नये व पुराने मतदाता समेत दिव्यांगजन काफी उत्साहित दिखाई दिये. मध्य विद्यालय रजौली स्थित बूथ संख्या 246 में सब-रजिस्ट्रार नरेश विश्वकर्मा अपनी पत्नी एवं बेटे के साथ मतदान करने पहुंचे. वहीं, एक हाथ होने के बावजूद पुरानी बस स्टैंड के ओंकार मिस्त्री भी अपनी पत्नी के साथ मतदान किया एवं पोस्टऑफिस गली से पहली बार मतदान करने आयी सिमरन कुमारी भी अपनी मां के साथ मतदान कर काफी खुश दिखाई दी. बूथ पर पहुंचे मतदाताओं ने विकास के नाम पर वोट देने की बात कही. मतदान के दौरान सुबह में ज्यादा लोग बूथों पर पहुंचे. वहीं, जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, बूथों पर भीड़ छंटने लगी और मतदान प्रतिशत की बढ़ती रफ्तार धीमी हो गयी. मतदाताओं ने गर्मी व धूप में लंबी कतारों में रहकर मतदान किया. वहीं, कई लोगों ने शाम चार बजे के बाद बूथों पर पहुंच मतदान करने पहुंचे, तो मतदानकर्मियों द्वारा मतदान का समय समाप्त होने की बात कहकर वापस घर भेज दिया गया.