जीवन है अनमोल रतन, इसका करों खूब जतन : डॉ शैलेश कुमार
पर्यावरण संरक्षण से ही होगी पृथ्वी की रक्षा,
नवादा सदर. मॉडर्न शैक्षिक समूह का बहुचर्चित महाविद्यालय मॉडर्न इंस्टीच्यूट ऑफ हायर एजुकेशन नवादा के बहुद्देशीय कक्ष में पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में संगोष्ठी आयोजित की गयी. इसमें महाविद्यालय के प्राचार्य मनिराम, सहायक प्रध्यापक धर्मराज गौड़, राजित राम यादव, हरे कृष्ण यादव व अन्य प्राध्यापक, कर्मचारी व कोर्स डीएलएड के सभी प्रशिक्षु शामिल हुए. इस अवसर पर मॉडर्न इंस्टीच्यूट ऑफ हायर एजुकेशन, नवादा, बिहार के प्रबंध निदेशक, मॉडर्न शैक्षणिक समूह के सचिव सह एशोसिएशन ऑफ इंस्टीच्यूट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज पटना के महासचिव डॉ शैलेश कुमार भी शामिल रहे. डॉ शैलेश कुमार ने पर्यावरण को सरल तरीके से समझाते हुए कहे कि पर्यावरण दो शब्दों से मिलकर बना है परि आवरण. परि का अर्थ होता है आस-पास तथा आवरण का अर्थ होता है चारों तरफ से घिरा हुआ अर्थात हमारे आस-पास जो कुछ प्रकृति द्वारा मौजूद है वह पर्यावरण है, जो दैनिक जीवन से सीधा संबंध है. ऐसे प्राकृतिक उपहार को बचाना हमारा परम कर्तव्य है. जैसे वृक्षों को सहेजना, जलवायु प्रदुषण को रोकना व स्वच्छता रखना, जिससे जीवन को सुरक्षित रखा जाय. आगे एक दोहे के मध्यम से कहे कि ””””तपती धूप में ढूंढ़ते मिले कही अब छांव पेड़ जड़ों से काटते, चलते रहते दांव हम सभी को पेड़ पौधों की सुरक्षा करनी चाहिए. क्योंकि वह वृक्ष ही हमारा जीवन है. आगे महाविद्यालय के प्राचार्य मनीराम ने कहा कि प्रकृति द्वारा जो उपहार में जैविक व अजैविक पदार्थ निःशुल्क प्राप्त है, जो जीवन को चलाने में अहम भूमिका अदा करता हैं. उसको सुरक्षित रखना, सहेजना, तथा सवारना है. क्योंकि आज के युग में पर्यावरण प्रदूषण बहुत तेजी से बढ़ रहा है. हमलोगों को वृक्षों व पहाड़ों की कटाई पर रोक लगानी होगी. सहायक प्राध्यापक धर्मराज गौड़ ने मानव समाज को सजग करते हुए कहे कि पर्यावरण प्रदूषण के लिए हमारी भौतिक सुख शांति भी बहुतायत रूप में जिम्मेदार हैं. इसलिए एसी, फीज, डीजल, पेट्रोल वाले संसाधानों का उपयोग करना जीवन के लिए खतरा है. इसको हमें परित्याग करने की जरूरत है. सहायक प्राध्यापक राजित राम यादव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पर्यावरण जलवायु, स्वच्छता, प्रदूषण व वृक्ष को मिलाकर बनता है, जो हमारे जीवन से सीधा संबंध रखता है. इन सभी की सुरक्षा करना हमारा नैतिक कर्तव्य है. इस अवसर पर सहायक प्रध्यापक हरे कृष्ण यादव, डॉ अमरेश कुमार व सभी कर्मचारी उपस्थित रहे. संगोष्ठी समापन के उपरांत कोर्स डीएलएड सत्र 2022-24 द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षुओं को प्रवेश पत्रवितरण किया गया. गुरूवार को सत्र 2023-25 प्रथम वर्ष के सभी प्रशिक्षुओं को भी प्रवेश पत्र वितरण करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गयी.
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