बहू की हत्या के मामले में जेल में बंद सास की हुई मौत, अस्पताल में हंगामा

एक माह पहले जेल गयी थी महिला, चल रहा था इलाज

By Prabhat Khabar News Desk | May 30, 2024 11:02 PM

नवादा कार्यालय.

मंडलकारा, नवादा में एक विचाराधीन महिला बंदी की मौत हो गयी. परिजनो ने जेल प्रशासन पर लापरवाही से मौत की आरोप लगाया है. मृतक महिला बंदी रजौली थाना क्षेत्र के अम्बातरी गांव निवासी राम किशन यादव की 61 वर्षीय पत्नी धनमा देवी बतायी जाती है, जो अपनी बहू की हत्या के आरोप के मामले 24 अप्रैल 2024 को जेल गयी थी. मौत की खबर सुन परिजनों ने सदर अस्पताल में हंगामा किया. परिजनों के अनुसार जेल प्रशासन की लापरवाही ही मौत की कारण बना है. काफी समझने बुझाने के बाद परिजनों को शांत कराया गया है. जेल अधीक्षक अजीत कुमार ने बताया है कि भादवि 304 बी के मामले में महिला बंदी एक माह पहले जेल आयी थी, मृतक महिला बंदी शुगर बीमारी से पीड़ित थी. जेल में भी लगातार दवा खा रही थी, लेकिन गुरुवार दोपहर अचानक तबीयत बिगड़ गयी. इसके बाद प्रथम उपचार जेल चिकित्सकों ने किया. मगर, सुधार नहीं होने पर सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. मगर अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया. चिकित्सकों ने महिला बंदी की मौत का कारण हृदय गति रुकना बताया है. मृत महिला बंदी के शव को पोस्टमार्टम के लिए पटना भेजा गया है, क्योंकि किसी भी विचाराधीन बंदी की मौत बाद फॉरेंसिक टीम के द्वारा पोस्टमार्टम कराया जाता है. इसके बाद बॉडी को परिजनो को सौंप दिया जायेगा. गौरतलब है कि पिछले छह माह में जेल की अंदर दूसरी बंदी की मौत हुई है. इसके पहले भी एक विचाराधीन बंदी की बीमारी की वजह से पटना में इलाज की क्रम में मौत हो गयी थी. जबकि, जेल प्रशासन को रखरखाव तथा व्यवस्था को हाल में ही व्यवहार न्यायालय के जिला जज व सत्र न्यायाधीश आशुतोष कुमार झा अपनी न्यायिक टीम के साथ विजिट कर बंदियों को रखरखाव तथा अन्य व्यवस्था बनाने का निर्देश दिया था. इस महिला बंदी की मौत की व्यवहार न्यायालय के न्यायिक दंडाधिकारी के द्वारा जांच की जायेगी, तभी सच्चाई का पता चलेगा कि आखिर महिला बंदी की मौत किस वजह से हुई है.

क्या कहते हैं अस्पताल प्रबंधन:

सदर अस्पताल पहुंचने से पहले महिला बंदी ने दम तोड़ दिया था. जब महिला बंदी अस्पताल पहुंची, तो वह मृत थी. अस्पताल आने से पूर्व महिला बंदी की मौत हो चुकी थी. वह लंबे समय से डायबिटीज पेशेंट थी. हार्ट अटैक से मौत होने की संभावना है. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि उसकी मौत कैसे हुई है. सदर अस्पताल लाने के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

डॉ एस डी अरैयर, डीएस, सदर अस्पताल

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