दुकानदार की सूझबूझ व पुलिस की सक्रियता अंतरराज्यीय ठग गिरोह का खुलासा
प्रतिनिधि, अकबरपुर
अकबरपुर बाजार के दुकानदार की सूझबूझ व पुलिस की सक्रियता से ठग गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. यह मामला अकबरपुर बाजार का है. रविवार को अकबरपुर बाजार में संचालित मिस्का ज्वेलर्स दुकान में ठग गिरोह के दो सदस्य सोना बेचने के लिए पहुंचे. दुकानदार को सोने के दो बुरादे देकर सोने की शुद्धता की जांच के लिए कहा. दुकान से कहा कि सोने की बिक्री करनी है. ठगों ने दुकानदार का मोबाइल नंबर ले लिया और कहा कि सोने की खरीदी करनी है, तो पांती स्थित टेंपो स्टैंड में आइए. ठगों ने दुकानदार से कहा कि और सोने के बुरादे की बिक्री करनी है. दुकानदार को दोनों की हरकत पर शक हुआ. दुकानदार ने तत्काल इसकी सूचना थाने को दे दी. सूचना मिलने के बाद थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी ने सक्रियता दिखायी. उन्होंने दुकानदार के बताये स्थल पर पुलिसकर्मियों को भेजा. वहां पहुंची पुलिस सभी लोगों को अपने साथ थाने आयी. थाने में जब सभी लोगों की तलाशी ली गयी, तो गिरफ्तार पांचों ठगों के पैकेट से 909 ग्राम नकली सोने का बुरादा बरामद किया गया. ओडिशा के हैं सभी ठग आभूषण दुकानदार की सूझबूझ से पुलिस की गिरफ्त में आये सभी ठाग ओडिशा राज्य के दशमनिया थाना कोलिंगानगर, जिला जाजपुर के रहने वाले हैं. इन ठगों ने जिले के वारिसलीगंज में भी सोना-चांदी दुकानदार को पहले ठगा था. इस बाबत थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों ने अपना जुर्म कुबूल किया है. इन लोगों ने दूसरी जगहों पर कई दुकानदारों से ठगी की है. गिरफ्तार ठगों की पहचान राजकुमार पोदान, तिरलोकी जना, चंद्रो मुंडा, टिंकू पोदान, सुमैन मुंडा के रूप में की गयी है. सभी ओडिशा राज्य के एक ही गांव के रहने वाले हैं. सस्ता सोना बेचने का लोभ देकर यह स्वर्ण व्यवसायियों को अपना शिकार बनाते थे. इन ठगों को गिरफ्तार कर कोरोना जांच के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. बता दें कि एक माह पूर्व इसी गिरोह के सदस्य नारदीगंज के कन्हैया कुमार से लाखों रुपये की ठगी कर फरार हो गये थे, जबकि छह माह पूर्व वारिसलीगंज के दिलीप प्रसाद से लाखों रुपये की ठगी की गयी थी. पुलिस इन ठगों की गिरफ्तारी को बड़ी उपलब्धी मान रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है