वारिसलीगंज. पिछले कई दिनों से चल रही पछुआ हवा ने ठंड बढ़ा दी है. सर्द हवा चलने के कारण वातावरण में सिहरन और कनकनी बढ़ गयी है. दिन के 10 बजे तक कोहरे छाये रहने से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. सर्द हवा व कुहासे से बढ़ी ठंड का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ने लगा है. अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हो गया है. चिकित्सकों का कहना है कि ठंड का कहर अभी आगे जारी रहेगा. ऐसे में इससे बचने के लिए एहतियात बरतने की जरूरत है. खासकर नवजात शिशु व बुजुर्गों को ठंडे से ज्यादा परहेज करने की जरूरत है. किसी भी प्रकार की परेशानी आने पर चिकित्सकों से अविलंब सलाह व इलाज कराना चाहिए. पिछले कई दिनों से बढ़ी ठंड के कारण सुबह में बच्चे स्कूल या कोचिंग जाने से कतराते हैं. पहले, तो बच्चे बेड छोड़ना नहीं चाहते. किसी तरह अगर बेड छोड़ भी दिया, तो स्कूल भेजना अभिभावकों के लिए काफी मशक्कत भरा काम है.
अलाव की व्यवस्था नहीं
ठंड को देखते हुए प्रशासन की ओर से शहर के चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. इससे खासकर गरीब तबके के लोग ठंड से ठिठुरते नजर आ रहे हैं. लोगों को यह कहते सुना जा रहा है कि प्रशासन समय पर अलाव की व्यवस्था नहीं कर गरीबों के साथ अन्याय करता है. अविलंब अलाव की व्यवस्था करने की मांग प्रशासन से असहाय लोगों ने की है.
ठंड से करें बचाव
इन दिनों ठंड का प्रकोप सर्द पछुआ हवा ने बढ़ा दी है. इससे सभी उम्र के लोगों को बचना चाहिए. खासकर बच्चे व बुजुर्गों को ठंड से बचाना बेहद जरूरी है. इसके लिए गर्म खाना, गर्म कपड़ा व गर्म पानी आवश्यक है.
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