वारिसलीगंज. उत्तराखंड पुलिस ने शनिवार को स्थानीय पुलिस के सहयोग से एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया. पुलिस टीम ने वारिसलीगंज थाना क्षेत्र की कोंचगांव पंचायत के झौर गांव निवासी विन्नु राउत के पुत्र विकास कुमार को शेरपुर मोड़ के आसपास से मोबाइल लोकेशन के आधार पर गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड के चंपावत जिला स्थित लोहाघाट थाना क्षेत्र के कंट्रक्शन ठीकेदार दिलीप सिंह अधिकारी ने जेके सीमेंट के 10 हजार वैग सप्लाइ का झांसा देकर 23 लाख 60 हजार रुपये ठगी किये जाने की प्राथमिकी दर्ज करायी है. थाना कांड संख्या 58/24 है. आवेदन में कंट्रक्शन ठीकेदार दिलीप ने बताया है कि 23 लाख 60 हजार रुपये पंजाब नेशनल बैंक से इंडियन ओवरसीज बैंक के खाते पर आरटीजीएस के माध्यम से 26 अक्त्तूबर 2024 को ट्रांसफर किया गया है. राशि ट्रांसफर के बाद ठग सीमेंट सप्लाइ करने के बजाय मोबाइल उठाना बंद कर दिया. तब समझ में आया कि ठगी का शिकार हो गया हूं. इसकी सूचना थाने को दी. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए झौर निवासी विकास को गिरफ्तार किया. हालांकि, इस मामले के मुख्य सरगना के अलावा अन्य साइबर अपराधी अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है. पुलिस उनकी तलाश में जुटी है. उत्तराखंड के लोहाघाट थाना में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर हरिश पुरी ने बताया कि इस मामले का मुख्य आरोपित झौर गांव निवासी अजय प्रसाद माहतो का पुत्र धर्मेंद्र माहतो उर्फ धर्मेंद्र भैया है. पुलिस आने की भनक लगते ही वह फरार हो गया. रविवार को उत्तराखंड पुलिस ने गिरफ्तार साइबर अपराधी विकास को अपने साथ ले गयी. यह जानकारी थानाध्यक्ष रुपेश कुमार सिन्हा ने दी. ज्ञात हो हो कि वारिसलीगंज के ग्रामीण इलाका व शहरी क्षेत्र में साइबर अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है. इस कार्य में दिन-प्रतिदिन इजाफा होने का सिलसिला जारी है. यही कारण है कि इस इलाके से आये दिन साइबर अपराधी की गिरफ्तारी का सिलसिला जारी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है