Bihar News: बिहार के नवादा में एक सरकारी स्कूल के हेडमास्टर पर कार्रवाई की गई है. उन्हें बच्चों को आवंटित किताबें बेचते रंगे हाथ पकड़ा गया है. मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित मेसकौर प्रखंड के बारत पंचायत अंतर्गत आदर्श राजकीयकृत मध्य विद्यालय बैजनाथपुर के प्रधानाध्यापक मनोज कुमार से जुड़ा है. उन्हें अवैध रूप से पाठ्यपुस्तकें बेचने के आरोप में शनिवार को निलंबित कर दिया गया. प्रधानाध्यापक मनोज कुमार को इससे पहले भी स्कूल में अश्लील गाने बजाने के आरोप में भी निलंबित किया गया था.
ग्रामीणों ने रंगे हाथों पकड़ा
गुरुवार 25 जुलाई को ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक मनोज कुमार को करीब पांच बोरी पाठ्य पुस्तकें बेचते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया था. फिर ग्रामीणों ने इसकी सूचना प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नौशाद अहमद और पत्रकारों को फोन पर दी. सूचना मिलते ही बीईओ नौशाद अहमद और पत्रकार विद्यालय पहुंचे.
प्रधानाचार्य ने स्वीकार की किताब बेचने की बात
जांच के बाद प्रखंड शिक्षा अधिकारी ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र के माध्यम से बताया कि प्रधानाध्यापक मनोज कुमार को ग्रामीणों ने उस समय पकड़ा था, जब वह विद्यालय में रखी पाठ्य पुस्तकों को अवैध रूप से रिक्शे पर लादकर विद्यालय के बाहर बेचने के लिए ले जा रहे थे. प्रधानाचार्य ने भी यह बात स्वीकार की है.
तत्काल प्रभाव से किए गए निलंबित
रिपोर्ट के आधार पर प्रथम दृष्टया में सरकारी संपत्ति की चोरी, विभागीय कार्य के प्रति लापरवाही, अनुशासनहीनता, कर्तव्यहीनता के आरोप में प्रधानाचार्य मनोज कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय कार्रवाई के अधीन कर दिया गया.
पहले भी हो चुके हैं निलंबित
इससे पहले भी प्रधानाचार्य मनोज कुमार को राष्ट्रीय पर्व के मौके पर विद्यालय में भोजपुरी के अश्लील गाने बजवाने के आरोप में निलंबित किया गया था. प्रधानाध्यापक की रोजाना की हरकतों से अभिभावक काफी नाराज हैं. इस संबंध में आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि यदि प्रधानाध्यापक को दोबारा विद्यालय भेजा गया तो विद्यालय में ताला जड़ दिया जाएगा.