रेलवे स्टेशन पर बिना टिकट यात्रा करते 47 यात्री धराये

यात्रियों से 15 हजार रुपये वसूला गया जुर्माना

By Prabhat Khabar News Desk | May 27, 2024 10:35 PM

नवादा नगर. किऊल-गया रेलखंड पर सोमवार की सुबह हावड़ा-गया अप एक्सप्रेस से किऊल सीआइटी ने टीटीइ की टीम गठित कर नवादा रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बल व जीआरपी ने ट्रेनों में बिना टिकट यात्रा करनेवालों की धर पकड़ के लिए विशेष चेकिंग अभियान चलाया. इससे बिना टिकट यात्रियों में अफरातफरी का माहौल बना रहा. स्थानीय रेलवे स्टेशन पर चेकिंग अभियान के दौरान यात्रियों में अफरातफरी मच गयी. इसके तहत प्लेटफार्म व अप डाउन के विभिन्न ट्रेनों में सघन चेकिंग की गयी. इस अभियान में अवैध रूप से सामान बेचने, दिव्यांग, महिला बोगी में यात्रा करने व धूम्रपान करने के आरोप में कुल 47 लोग हिरासत में लिये गये. इसके बाद कुल 14 हजार आठ सौ 70 रुपये जुर्माना वसूला गया. इसके बाद पकड़े गये सभी यात्रियों को छोड़ दिया गया.

इस चेकिंग अभियान में आरपीएफ, जीआरपी के साथ चेकिंग टीम शामिल रही. इस दौरान टिकट काउंटर पर यात्रियों का टिकट लेने के लिए लंबी लाइन लगी रही. इस दौरान यात्रियों में हड़कंप मचा रहा. चेकिंग के चलते यात्रियों में अफरातफरी मची रही. रोज बिना टिकट के स्टेशन पर सैर-सपाटा करने वाले लोग पकड़े जाने के भय से स्टेशन से गायब रहे. रेल बुकिंग सुपरवाइजर ने जानकारी देते हुये बताया कि किऊल रेल सीआईटी के द्वारा टिकट चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. यह अभियान अब लगातार चलेगा. करीब तीन दर्जन से भी अधिक बिना टिकट यात्री धराये. इसमें लगभग कुल 15 हजार रुपये का फाइन किया गया. बाद में फाइन काट कर यात्रिओ को छोड़ दिया गया. टिकट जांच होने पर 35 प्रतिशत टिकट की बिक्री बढ़ जाती है.

घाटों में हो रहा ट्रेनों का परिचालन:

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आरपीएफ पुलिस अवर निरीक्षक संजय कुमार मुर्मू, जवान कुमार गौरव, जीआरपी के बड़ा बाबू मधुसूदन पासवान भी तैनात रहे. ज्ञात हो कि गया-किउल रेलखंड पर 20 ट्रेनों का परिचालन घाटे में हो रही है. औसतन 70 से 80 हजार रुपये का जनरल टिकट नवादा स्टेशन से प्रतिदिन कटता है. रेलखंड पर करीब अप और डाउन मिला कर करीब 10 जोड़ी ट्रेनों का परिचालन होता है. इसमें तीन साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेनें हैं. प्रत्येक दिन नवादा रेलवे स्टेशन से हजारों यात्री सफर करते हैं, जिनमें कम लोग टिकट कटाते हैं. बेटिकट यात्री के कारण किराये से वसूली काफी कम होती है. जेनरल टिकट 70 से 80 हजार रुपये की आमदनी प्रतिदिन होती है, जबकि लागत के अनुरूप खर्च अधिक है. जिस दिन इस रूट में टीटीइ का जांच अभियान चलता है. तो टिकटों की का बिक्री अधिक हो जाती है. और लाखों के टिकट काटे जाते हैं.

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