ढाई लाख रुपये में मुखिया की हत्या की दी गयी थी सुपारी

बुधौली के मुखिया हत्याकांड में आया नया मोड़, तीन और अपराधी गिरफ्तार

By Prabhat Khabar News Desk | June 18, 2024 11:17 PM

पकरीबरावां.

बुधौली पंचायत के मुखिया पप्पू की हत्याकांड की गुत्थी नवादा पुलिस ने सुलझा ली है. घटना में संलिप्त सभी अपराधियों की गिरफ्तारी कर ली गयी है. एसडीपीओ महेश चौधरी ने बताया कि पप्पू मुखिया की हत्या अपराधियों ने गोली मारकर 13 जून की देर रात इंटर विद्यालय बुधौली के परिसर में उस वक्त कर दिया, जब वह सोये हुए थे. उन्होंने बताया की घटना के बाद नवादा पुलिस विभिन्न बिंदुओं पहलुओं पर गहन जांच पड़ताल की है. अनुसंधान में पता चला है कि मुखिया की हत्या में पंचायत के उपमुखिया भलुआ गांव निवासी गौरीकांत पांडेय के पुत्र अनुज पांडेय उर्फ छोटू पांडेय व मुखिया प्रतिनिधि अमरेंद्र यादव के अलावा मुखिया के करीबी दोस्त दिऔरा गांव निवासी रामनंदन शर्मा के पुत्र मनीष सिंह ने मिलकर मुखिया की हत्या की साजिश रची थी. इसके बाद घटना को अंजाम दिया गया. एसडीपीओ ने बताया की मुखिया प्रतिनिधि अमरेंद्र का पप्पू मुखिया से पिछले कुछ दिनों से अपना घर बनाने को लेकर अनबन चल रहा था. इस कारण वह मुखिया प्रतिनिधि के द्वारा कराये गये किसी भी योजना की फाइल पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे थे. मुखिया प्रतिनिध अमरेंद्र यादव ने मुखिया पप्पू मांझी की हत्या करने के लिए उपमुखिया अनुज पांडेय को प्रलोभन दिया कि पप्पू मुखिया को रास्ता से हटा दो और हमलोग मिलकर पंचायत का काम करेंगे और जो आमदनी होगी, आपस में बांट लेंगे. इसके बाद अनुज पांडेय, मुखिया प्रतिनिधि अमरेंद्र की बात मानकर मुखिया को रास्ता से हटाने के लिए बुधौली के दरबारी चौधरी के पुत्र रामा चौधरी से मुलाकात की. इसके बाद रामा चौधरी ने इस कांड को अंजाम देनेवाले कोयरियाबिगहा के गोपाल विश्वकर्मा के पुत्र निखील से मुलाकात कराया.

इस प्रकार घटना को दिया गया अंजामनिखिल ने घटना को अंजाम देने के लिए ढाई लाख रुपये का डिमांड किया. जिसपर अनुज पांडेय ने अपराधी निखिल को 10 हजार रुपये एडवांस दिया और घटना के बाद शेष रकम देने की बात कही. साथ ही हथियार भी उपलब्ध कराया. इसके बाद घटना को अंजाम देने के लिए 13 जून की तिथि तय की गयी. 13 जून की रात अनुज पांडे हत्यारा निखिल व राम चौधरी के साथ देर रात को गांजा पीकर घर चला गया और बता दिया कि पप्पू मुखिया को अमरेंद्र जी, मनीष सिंह के मार्फत इंटर विद्यालय के पास कॉल करके बुला लेंगे. वहां जाकर तुमलोग पप्पू मुखिया को गोली मारकर रास्ता से हटा दो.

प्री प्लानिंग के तहत देर रात को रामा चौधरी एवं निखिल इंटर विद्यालय के पास पहुंचे, जहां मुखिया सोये हुए थे और मोबाइल चोरी नहीं हो, इसके लिए मोबाइल को अपने चड्डी में रख लिया था. गर्मी को देखते हुए सारा कपड़ा खोलकर सिर के पास तकिया के रूप में रख लिया था. जैसे ही मुखिया गहरी नींद में सोये निखिल ने पप्पू मुखिया के सिर पर गोली मार दी. इससे उनकी मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार सभी अपराधियों ने अपने अपराध स्वीकार कर लिया हैं. गिरफ्तार सभी अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.

घटना के खुलासे के लिए एसआइटी का किया गया था गठन:

बताते चलें कि पप्पु मुखिया हत्या कांड के बाद नवादा जिले के पुलिस कप्तान अंब्रिस राहुल के निर्देश पर एसडीपीओ महेश चौधरी की देख रेख में एसआइटी का गठन किया गया. इसमें थानाध्यक्ष अजय कुमार, कांड के अनुसंधानकर्ता एसआइ मनीष कुमार व डीआइयू के अधिकारियों को लगाया गया था, जिसके बाद कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस हत्यारों की गिरफ्तारी करने में सफलता हासिल की है.

घटना के बाद भी मिले थे उपमुखिया से सुपारी किलर:

13 जून को हुई हत्या के बाद सुबह में सुपारी किलर निखिल व रामा चौधरी अनुज पांडेय से उसके घर पर जाकर मिले थे, जिस पर अनुज पांडेय ने दोनों को कुछ दिन के लिए घर से हट जाने की बात कही. जिस पर दोनों सुपारी किलर घर छोड़कर चले गये. इसमें निखिल को पुलिस ने काशीचक से गिरफ्तार कर लाया व उसकी निशानदेही पर रामा चौधरी को भी गिरफ्तार किया गया.

घटना में प्रयोग किये गये कट्टा बरामद:

जिस हथियार से मुखिया की हत्या की गयी थी, उसे भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. इसमें एक देशी कट्टा, दो कारतूस, एक खोखा, दो बारूद भरा खोखा को पुलिस ने निखिल के घर से बरामद किया है.

अब तक पांच लोग भेजे गये हैं जेल:

पप्पू मुखिया हत्याकांड में दो दिन पूर्व मुखिया के करीबी दोस्त दिऔरा गांव निवासी रामनंदन सिंह के पुत्र मनीष सिंह व बुधौली के मुखिया प्रतिनिधि उग्रीव प्रसाद के पुत्र अमरेंद्र कुमार को जेल भेज दिया गया था. अनुसंधान के बाद गिरफ्तार भलुआ गांव निवासी गौरीकांत पांडे के पुत्र छोटू उर्फ अनुज पांडेय, बुधौली के दरबारी चौधरी के पुत्र रामा चौधरी व गोपाल विश्वकर्मा के पुत्र निखिल कुमार को मंगलवार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. घटना को लेकर थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि पुलिस आगे भी अनुसंधान में जुटी है, जो भी लोग दोषी होंगे उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा.

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