भूमि अधिग्रहण के खिलाफ धरना देते ग्रामीणों से धक्का-मुक्की, तबीयत बिगड़ने से एक की मौत
गंगा जलापूर्ति योजना फेज-दो के लिए भूमि अधिग्रहण का ग्रामीण कर रहे विरोध, ग्रामीणों का आरोप-प्रशासन ने किया बलप्रयोग, एसडीओ ने किया इन्कार
नवादा कार्यालय. जिले के नारदीगंज प्रखंड स्थित मोतनाजे व मधुवन गांव में गंगाजल आपूर्ति योजना फेज-2 के लिए 141.03 एकड़ जमीन अधिग्रहण के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. ग्रामीण विगत शनिवार से सड़क पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि रविवार की देर शाम पुलिस प्रशासन ने धक्का-मुक्की व धमकी देकर धरने पर बैठे लोगों को भगा दिया. इस दौरान धरने पर बैठे सुफलबिगहा गांव के 55 वर्षीय भगवान दास की तबीयत अचानक बिगड़ गयी. इसके बाद रातभर किसी तरह गांव में उनकी देखरेख की गयी. सोमवार की सुबह उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया, तो डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की कार्रवाई के कारण बुजुर्ग की मौत हुई है. वहीं, गांव के ही नाबालिग फोल्टन कुमार व महेंद्र प्रसाद के पुत्र 34 वर्षीय सुबोध कुमार घायल हुए हैं. ग्रामीण कपिल देव प्रसाद, सीता राम प्रसाद, रामवरण मांझी, देवकी चौधरी, रामभज्जु चौधरी, तीतन मांझी ने बताया कि पुलिस जबर्दस्ती भूमि अर्जित करने के लिए मिट्टी का सैंपल ले रही है. इधर, घटना की सूचना पर नवादा विधायक विभा देवी सदर अस्पताल पहुंचीं और मृत भगवान दास के परिजनों को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया. वहीं, इस संबंध में सदर एसडीओ अखिलेश कुमार ने कहा कि पुलिस ने किसी प्रकार का बलप्रयोग नहीं किया है. मृतक व्यक्ति दूसरे गांव का है, जिसकी तबीयत पहले से खराब थी. गांव में मिट्टी जांच के लिए 10 चिह्नित स्थानों से सैंपल लिये जा रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है