हत्याकांड में आरोपित दरोगी मांझी का बेटा गिरफ्तार

दरोगा यादव हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा

By Prabhat Khabar News Desk | November 9, 2024 10:32 PM
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नवादा कार्यालय. उग्रवाद प्रभावित कौआकोल थाना क्षेत्र के करमा गांव में दरोगा यादव हत्याकांड के आरोपित दरोगी मांझी के पुत्र बुधन उर्फ धारो मांझी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि बुधन व उसके पिता दरोगी मांझी ने 27 अक्त्तूबर की रात दरोगा यादव व कुंदन कुमार को मारपीट कर घायल कर दिया था. इलाज के क्रम में पटना एम्स में दराेगा यादव की मौत हो गयी थी. वहीं, कुंदन अब भी इलाजरत है. 29 अक्त्तूबर को कौआकोल थाने में दारोगा यादव के भाई ओम प्रकाश यादव द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में केवाली मुखिया रामजी सिंह के अलावा केवाली गांव के चंदन सिंह, पप्पु सिंह, धारो मांझी व करमा गांव के सुनील यादव तथा सुरेश यादव आदि को नामजद किया गया था. पुलिस ने नामजद सुरेश यादव व अप्राथमिकी आरोपित दरोगी मांझी को 30 अक्त्तूबर को ही गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज चुकी है. अब एक और नामजद बुधन उर्फ धारो की गिरफ्तारी इस मामले में की गयी है. मछली चोरी विवाद से जुड़ी है घटना: बुधन की गिरफ्तारी के बाद शनिवार को पुलिस कार्यालय में एसडीपीओ पकरीबरावां महेश चौधरी व कौआकोल थानाध्यक्ष दीपक कुमार की मौजूदगी में प्रेसवार्ता कर एसपी अभिनव धीमान ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पूरी घटना मछली चोरी विवाद से जुड़ा है. गिरफ्तारी के बाद बुधन ने पूछताछ में बताया कि 27 अक्त्तूबर की रात गंगा सागर खंधा में मृतक दरोगा यादव अपने एक साथी के साथ उसकी मछली की चोरी कर रहा था. इस दौरान उनलोगों के साथ मारपीट की थी. पिटाई में दरोगा यादव व कुंदन कुमार गंभीर रूप से जख्मी हुए थे. इसमें दारोगा यादव की मौत हो गयी. जबकि कुंदन का इलाज चल रहा है. एसपी ने बताया कि अबतक पिता-पुत्र दरोगी मांझी व बुधन मांझी तथा सुरेश यादव कुल तीन लोगों की गिफ्तारी हुई है. अन्य की गिरफ्तारी जल्द कर ली जायेगी. एसपी अभिनव धीमान ने कहा कि प्रारंभिक जांच में मुखिया व अन्य के खिलाफ कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है. जांच जारी है, आगे कुछ जो साक्ष्य मिलेगा उस अनुरूप कार्रवाई की जायेगी. लोकल स्तर पर दिखी राजनीति इस घटना में लोकल लेबल पर राजनीत दिख रही है. संभव है कि मुखिया व अन्य लोगों को साजिशन कांड में आरोपित किया गया हो. गिरफ्तार मांझी परिवार ने स्वीकार किया है कि उसकी मछली रात में लगातार चोरी की जा रही थी. 27 अक्त्तूबर की रात मछली चोरी करने पहुंचे लोगों पर खंती व अन्य पारंपरिक हथियार से हमला किया हैं. मुखिया से मिलने की बात कहकर निकले थे दरोगा यादव व कुंदन कुमार ओम प्रकाश यादव के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में कहा गया था कि घटना के दिन उनका भाई दरोगा यादव और कुंदन कुमार मुखिया रामजी सिंह से मिलने की बात कहकर बाइक से शाम पांच बजे निकले थे. देर शाम सात बजे कुंदन का मोबाइल स्वीच ऑफ आने लगा. रात में दो बजे कुंदन का भाई जितेंद्र और कौशल यादव उसके पास आकर बताया कि मुखिया और चंदन सिंह, पप्पु सिंह, धारो मांझी, सुनील यादव तथा सुरेश यादव ने धारदार हथियार से हमला कर दरोगा और कुंदन को घायल कर दिया है. कुंदन लहूलुहान हालत में भागकर आया है, और घटना की जानकारी दी है. सूचना के बाद ओमप्रकाश अपने परिवार के साथ गंगा सागर खंधा में पहुंचे, तो दरोगी यादव को घायल अवस्था में पाकर इलाज के लिए सदर अस्पताल नवादा ले गये. जहां से एम्स पटना रेफर किया गया. जहां उनकी मौत हो गयी.

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