सरकारी दुकान के बजाय सड़क पर मिला पीडीएस का राशन
लोगों की सूचना पर अधिकारी ने की जांच, पहले की लगवा लेते हैं पॉश मशीन में अंगूठे का निशान
सिरदला़ सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के चपरी गांव में पीडीएस का राशन सरकारी दुकान के बजाय सड़क पर मिलने से प्रशासन महकमा में हकड़प मच गया. सूचना मिलते ही बीडीओ दीपेश कुमार व सिरदला थाना से अपर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. जानकारी के अनुसार, सोमवार की सुबह एक ट्रैक्टर पीडीएस का गेहूं व चावल से भरा हुआ राशन लेकर जंगल के रास्ते चपरी गांव पहुंचा. दुकानदार गांव किनारे सड़क पर ही राशन वितरण करने लगे. इसकी सूचना किसी ग्रामीण ने वीडियो बनाकर जिला प्रशासन सहित अन्य अधिकारीयों को भेजकर अवगत करवाया. सूचना बाद बीडीओ व थाना प्रभारी के नेतृत्व में चपरी गांव पहुंचने से पहले ही राशन (गेहूं, चावल) से भरा ट्रैक्टर ट्राली सहित ले भागने में सफल रहा. क्या कहतें है बीडीओ बीडीओ दीपेश कुमार ने बताया कि जांच टीम के पहुंचने की भनक मिलते ही दुकानदार मौके से राशन भरा हुआ ट्रैक्टर ट्राली लेकर भाग निकला. सूचना बाद जब चपरी गांव पहुंचा, तो देखा की सड़क किनारे एक तिरपाल पर सरकारी बोरे में भरा हुआ कई बोरे में राशन पड़ा हुआ है. मौके पर दर्जनों ग्रामीण महिला पुरुष के साथ भीड़ मौजूद थी. जहां देखने से ही प्रतीत हो रहा था कि राशन वितरण किया जा रहा था. मौके पर इलेक्ट्रॉनिक तराजू व अनाज वितरण करने वाली पॉश माशिन भी रखा था. ग्रामीणों से पूछताछ में पता चला की डीलर द्वारा चार दिन पूर्व ही लाभुकों का अंगूठे का निशान ले लिया गया था. सोमवार को डीलर राशन लेकर गांव पहुंच कर सड़क किनारे वितरण कर रहा था. पांडेडीह निवासी जन वितरण दुकानदार बालेश्वर यादव के पुत्र रंजीत कुमार द्वारा राशन वितरण किया जा रहा था. इसके बाद टीम पांडेडीह जनवितरण दुकानदार बालेश्वर यादव के दुकान पांडेडीह पहुंचे जहां दुकान बंद पाया गया. गौरतलब है की चपरी गांव के जन वितरण दुकानदार शिवनंदन यादव की मौत वर्ष 2020 के जुलाई महीने में हो गयी थी. इसके बाद से चपरी गांव के लाभुकों को पांडेयडीह के डीलर बालेश्वर यादव के दुकान पर टैग कर दिया गया था. ग्रामीण ने बताया की टैग होने के बाद से पहले ही पॉश मशीन में अंगूठे का निशान ले लिया जाता हैं और गांव पहुंचकर कभी भी अनाज वितरण किया जाता है.
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