रजौली में चाल धंसने से तीन मजदूरों की मौत व दो घायल, माफियाओं ने मृत लोगों का शव व घायलों को किया गायब
सवैयाटांड़ पंचायत में अवैध अबरक खनन के दौरान हुई घटना
रजौली. थाना क्षेत्र में सवैयाटांड़ पंचायत क्षेत्र स्थित कड़रूआ माइंस में अबरक उत्खनन के दौरान चाल धंसने से तीन लोगों की मौत हो गयी और दो लोगों के घायल होने की सूचना है. रविवार को हुई इस घटना के बाद पहुंची पुलिस को मृत लोगों के शव बरामद नहीं हो सके. इसलिए यह पता नहीं चल सका है कि घटना में कितने महिला व पुरुष शामिल हैं. ग्रामीणों का कहना है घटना में तीन लोगों की मौत हुई है. सूचना पर रजौली थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर राजेश कुमार के निर्देश पर रजौली अपर थानाध्यक्ष सह एसआइ अजय कुमार पुलिस बलों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच की. लेकिन, खबर लिखे जाने तक उन्हें न तो मृत लोगों का शव मिला और न घायल लोगों की पहचान हो पायी. कारण कि अबरक माफिया पुलिस के पहुंचने से पहले ही शव व घायलों को गायब कर चुके थे. इस कारण पुलिस देर शाम तक खाक छानती रही. इस बाबत अपर थानाध्यक्ष सह एसआइ अजय कुमार ने बताया कि एक मजदूर की मौत व दो मजदूरों के घायल होने की सूचना मिली है. सूचना के आलोक में मजदूरों की पहचान कर परिजनों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है. जांच पूरी होने पर पता चलेगा कि इस घटना में कितने लोगों की मौत हुई है और कितने लोग घायल हुए है़ं
निजी अस्पताल में घायलों का चल रहा इलाज
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कड़रूआ माइंस का संचालन सिमरातरी गांव निवासी महेंद्र तुरिया के द्वारा किया जा रहा था. इसमें थाना क्षेत्र के धमनी पंचायत के गिरगी गांव के मजदूर खनन का कार्य कर रहे थे. इस दौरान जिलेटिन से ब्लास्टिंग करने पर अचानक चाल धंस गयी और तीन लोगों की मौत हो गयी. वहीं, दो लोग बुरी तरह घायल हो गये. इसके बाद पूरे माइका खनन माफियाओं में खलबली मच गयी. वहीं, मृतकों के शव को छुपाने के लिए जंगलों में ले भागे. वहीं, घायल लोगों को रांची के किसी निजी अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज करा रहे हैं.पुलिस ने ब्लास्टिंग मशीन, स्विच बोर्ड व सोलर पैनल किया बरामद
सवैयाटांड़ पंचायत के शारदा, कड़रुआ, सेठवा, फगुनी समेत दर्जनों माइका खदान पर दर्जनों खनन माफियाओं दिन के उजाले में ही जिलेटिन और डेटोनेटर की मदद से ब्लास्टिंग कर बेरोकटोक अबरक का खनन करते हैं. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने भी अबरक माइंस से खून के धब्बे देखे हैं. साथ ही ब्लास्टिंग में प्रयुक्त होने वाले ब्लास्टिंग मशीन, स्विच बोर्ड व सोलर पैनल को बरामद किया है. ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार प्रतिदिन ब्लास्टिंग होती है. इसकी खबर सपही स्थित चेक नाका पर मौजूद वनकर्मियों को भी है. लेकिन, वह सिर्फ अपनी अपनी हिस्सेदारी वसूली कर अबरक लदी गाड़ियों को पार कराने लगे हुए रहते हैं. ब्लास्टिंग के कारण मजदूरों व ग्रामीणों के जान-माल को नुकसान पहुंचते रहता है. वहीं, बड़ी घटनाओं के बाद वन विभाग व पुलिस मूकदर्शक बना है.क्या कहते हैं पदाधिकारीइस बाबत अपर थानाध्यक्ष सह एसआइ अजय कुमार ने बताया कि एक मजदूर की मौत व दो मजदूरों के घायल होने की सूचना मिली है. सूचना के आलोक में मजदूरों की पहचान कर परिजनों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है. माइंस से कुछ सामग्री को जब्त किया गया है. मृतकों के शव व घायलों की बरामदगी को लेकर पुलिस कार्रवाई कर रही है.
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