मेसकौर.
शिक्षा विभाग से आये दिन शिक्षकों के लिए नये-नये फरमान जारी किये जा रहे हैं. विभाग ने शिक्षकों को एक नया टास्क दे दिया है. इसके साथ सख्त लहजे में कहा गया है कि टास्क पूरा नहीं करनेवाले शिक्षकों की सैलरी रोक दी जायेगी. नये आदेश से शिक्षा महकमे में हड़कंप मच गया है. इसके पहले फरमान जारी हुआ कि अब सभी शिक्षक इ-शिक्षाकोष के माध्यम से स्कूल आने और जाने का ऑनलाइन हाजिरी बनायेंगे. ऐसा नहीं करनेवाले शिक्षको की वेतन बंद हो जायेगी. अब दूसरा ताबड़तोड़ फरमान फिर जारी कर दिया गया हैं. इसके तहत बच्चों का नामांकन अब इ-शिक्षाकोष के द्वारा ऑनलाइन किया जायेगा. इसको शत-प्रतिशत इंट्री नहीं करनेवाले विद्यालयों के हेडमास्टर का वेतन काट लिया जायेगा. दस्ताबेज बनाने में हो रही परेशानीप्रधानाध्यापकों की शिकायत है की हमलोग रोज सुबह स्कूल जाते हैं. उसके बाद सबसे पहले गांव घूमते हैं. सभी बच्चों के माता-पिता को रोज कहते है कि जल्दी आधारकार्ड बच्चों का बनवाइये. स्कूल में इ- शिक्षाकोष के द्वारा नामांकन होगा. अभिभावक इन दस्ताबेजों को नहीं बना रहे हैं. इस स्थिति में प्रधानाध्यापकों का कहना है कि हमलोग अब कुछ अभिभावकों को समझाने की स्थिति में नहीं है. गार्जियन आधार देता ही नहीं है और विभाग फरमान जारी करता हैं कि जल्दी शत प्रतिशत नामांकन करके 24 घंटे के अंदर विभाग को सूचित करें, नहीं तो वेतन बंद क़र दिया जायेगा. शिक्षको का अब से ऑनलाइन व्यवस्था के जरिये उपस्थिति निकालकर वेतन बनाया जायेगा. एप यह भी बतायेगा कि स्कूल के कितने दूरी से हाजिरी शिक्षक बना रहे हैं. ऑनलाइन हाजिरी नहीं बनाने वाले शिक्षक का वेतन नहीं मिलेगा. एक जुलाई से यह लागू कर दिया गया है. एक सप्ताह से इसकी जानकारी दी जा रही है. अब शिक्षक का अनुपस्थिति विवरणी वेतन के लिए जिला मुख्यालय नहीं भेजना पड़ेगा. इस तरह से बनाया जाएगा वेतन ऑनलाइन व्यवस्था के जरिये उपस्थिति निकालकर वेतन बनाया जायेगा. साथ ही यह हाजिरी बनाने वाला एप यह भी बतायेगा कि स्कूल के कितने दूरी से हाजिरी शिक्षक बना रहे हैं. घर रहकर हाजिरी नहीं बना पायेंगे.
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