एलआइसी के विकास अधिकारी के बेटे से 51 लाख रुपये की ठगी

वाट्सएप ग्रुप से जोड़कर ऑनलाइन ट्रेडिंग में 200 फीसदी मुनाफे का दिया झांसा

By Prabhat Khabar News Desk | August 12, 2024 10:51 PM

नवादा कार्यालय.

भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआइसी) की नवादा शाखा में कार्यरत विकास अधिकारी (डीओ) सुरेंद्र कुमार के बेटे सौरभ कुमार (20) से साइबर अपराधियों ने ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 200 फीसदी मुनाफे का झांसा देकर 51 लाख रुपये ठग लिये. बताया जाता है कि साइबर अपराधियों ने वाट्सएप पर सौरभ कुमार को ऐड किया. उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग करने और आइपीओ खरीदने पर कुछ ही दिनों में कई गुना फायदा होने का लालच दिया गया. एवीवा इन्वेस्टर्स इमर्जिंग मार्केट इक्विटी कोर फंड नामक कंपनी को सेबी से लिस्टेड बताते हुए कंपनी की कथित ऑनलाइन असिस्टेंट श्रुति अग्रवाल नामक एक युवती ने सौरभ को कई लोगों के फर्जी डिमेट अकाउंट दिखाये. इसमें चंद ही दिनों में जमा की गयी राशि में कई गुनी बढ़ोतरी हुई थी. इसके बाद सौरभ का भी एक अकाउंट खोल दिया गया और धीरे-धीरे उसमें ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कराये गये. डिमेट अकाउंट में रुपये की लगातार बढ़ोतरी को देखकर सौरभ झांसे में आ गया और उसने लाखों रुपये उस अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया.इनकम टैक्स के नाम पर 23 लाख रुपये ठगे:

नवादा. कई गुना बढ़ोतरी देखकर जब सौरभ ने अपने डिमेट अकाउंट से रुपये निकालने की कोशिश की, तो उसमें सफल नहीं हो सका. इस बीच साइबर अपराधियों ने उसके फर्जी डिमेट अकाउंट से एक करोड़ 47 लाख रुपये कैश दिखाये. लेकिन, रुपये नहीं निकल पाने पर जब सौरभ ने ठगों से संपर्क किया, तो उन लोगों ने रुपये निकालने के लिए इनकम टैक्स के नाम पर उसे 23 लाख रुपये जमा करने के लिए कहा. 23 लाख रुपये जमा करने के बाद भी रुपये नहीं निकल सका. इसके बाद भी अपराधियों द्वारा जब और रुपये की मांग की जाने लगी, तो सौरभ को ठगी का शिकार हो जाने का अहसास हुआ. इस बीच उससे 51 लाख रुपये की ठगी की जा चुकी थी. इसके बाद उसने अपने परिजनों को इस बात की जानकारी दी, तब मामला साइबर थाने पहुंचा. पीड़ित नगर के नवीन नगर निवासी विकास अधिकारी की शिकायत पर इस मामले में साइबर थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया गया है.

जांच में जुटी पुलिस

मामले की शिकायत के बाद साइबर डीएसपी प्रिया ज्योति ने मामले को गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है. उन्होंने बताया कि ऐसे यह मामला जुलाई का है. इस मामले में सोमवार को प्राथमिकी दर्ज की गयी है. फिलहाल संबंधित खाते को होल्ड करा कर जांच की जा रही है. ऐसे किसी अनजान व्यक्ति से किसी तरह का ओटीपी शेयर व किसी तरह के लिंक से नहीं जुड़ें. अन्यथा थोड़े से लोभ-लालच के फेर में आपका बड़ा नुकसान हो सकता है.

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