लोन दिलाकर अकाउंट से 14 लाख रुपये अवैध निकासी करनेवाला नटवरलाल गिरफ्तार

दो भाइयों के लोन अकाउंट से गायब हुए रुपये के मामले में पुलिस ने की कार्रवाई

By Prabhat Khabar News Desk | May 22, 2024 5:47 PM
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रजौली.

थाना क्षेत्र के करमाकला गांव से अपर थानाध्यक्ष सह एसआइ अजय कुमार ने दो भाइयों को बैंक से लोन दिलाकर उनसे ठगी करने के मामले में एक नटवरलाल को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान करमाकला गांव निवासी वासुदेव चौधरी के पुत्र वीरेंद्र चौधरी के रूप में हुई है. पुलिस के मुताबिक वीरेंद्र चौधरी पर आधा दर्जन मामला दर्ज है. जानकारी के अनुसार, जोगियामारण पंचायत के भाईजी भित्ता गांव निवासी स्व द्वारिका यादव के पुत्रों अवलेश चौधरी व दिलीप चौधरी ने पंजाब नेशनल बैंक, रजौली से वर्ष 2021 में लोन लिया था. सितंबर 2021 में अवलेश चौधरी को लक्ष्मी ट्रेडर्स के नाम से पांच लाख रुपये का बिजनेस लोन व दिसंबर 2021 में दिलीप चौधरी को दिलीप रेडियम आर्ट के नाम से साढ़े नौ लाख रुपये का बिजनेस लोन दिया गया था. लोन का पैसा लाभुक के खाते में तो आया, किंतु दूसरे चेक के माध्यम से पैसे की निकासी कर ली गयी थी. जब लाभुक बैंक कर्मी से पैसों की जानकारी लेने बैंक गया, तो बैंककर्मियों ने उसे चेक के माध्यम से रुपये निकले हुए होने की जानकारी दी. जबकि लाभुक को इसके बारे में कुछ भी पता नहीं था. तब दोनों सहोदर भाइयों ने वर्ष 2023 के 14 मई को रजौली थाने में धोखाधड़ी कर चेक के माध्यम से पंजाब नेशनल बैंक के खातों से पैसे निकालने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी. इसमें तात्कालिक बैंक मैनेजर राकेश पांडेय, बैंक स्टाफ अभिनंदन कुमार, नवीन कुमार, वीरेंद्र चौधरी व सुनील कुमार चौधरी शामिल थे.

गिरफ्तार युवक निकला हिस्ट्रीशीटर:

थाना क्षेत्र के करमा कला गांव निवासी वीरेंद्र चौधरी रजौली थाना के काण्ड संख्या 198/22,403/22 एवं 66/24 में नामजद अभियुक्त है. सती स्थान रजौली निवासी देवनंदन प्रसाद के पुत्र योगेंद्र प्रसाद से जमीन खरीदवाने के नामपर भी पैसों की ठगी की गयी थी. जिसको लेकर रजौली थाना काण्ड संख्या में 198/22 में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. वहीं, कुछ मामले मारपीट आदि के भी दर्ज है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वीरेंद्र चौधरी गरीब एवं निम्न तबके के लोगों को फुसलाकर लोन दिलवाता था और उससे पैसे ऐंठता था. जिसकी भनक लोन लेनेवाले लोगों को भी नहीं हो पाती थी. क्योंकि लाभुक से वो उसके चेक पर हस्ताक्षर करवाकर रख लेता था और बैंक जाकर चेक को खाते में डलवा देता था या कैश ही ले लिया करता था. जिनमें एक मामला थाना तक पहुंचा, तो पुलिस ने अनुसंधान कर दोषी वीरेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया.

इस बावत थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने कहा कि गुप्त सूचना के आलोक में वीरेंद्र चौधरी को बुधवार को गिरफ्तार किया गया है. जिसे गुरुवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया जायेगा.

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