सात दिन बाद भी मां और दो बेटियों की मौत की गुत्थी नहीं सुलझा सकी पुलिस
पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट का इंतजार
नवादा कार्यालय.
जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल में रहस्यमयी स्थिति में तीन महिलाओं की हुई मौत की गुत्थी एक सप्ताह बाद भी पुलिस नहीं सुलझ सकी है. यह मामला हत्या का है या आत्महत्या का इसका खुलासा नहीं हो सका. पुलिस इस मामले को लेकर उलझी हुई है. इस मामले में अब तक पुलिस के पास कोई ठोस सुराग नहीं मिल सका है, जिसके आधार पर किसी नतीजे पर पहुंचा जा सके. लिहाजा, पुलिस को अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट व फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के कारणों का पता चल सकता है, जिसके आधार पर हत्या अथवा आत्महत्या में से किसी एक नतीजे पर पुलिस को पहुंचने में मदद मिल सकती है. बाकी बचे रहस्यों पर से फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट से पर्दा उठने की संभावना है. नवादा की पुलिस पटना एम्स के संपर्क में है, जहां स्पेशल फॉरेंसिक टीम के ने तीनों शवों का पोस्टमार्टम किया था. दो-तीन दिनों में पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने की संभावना जतायी जा रही है. मामला कौआकोल के भलुआही गांव स्थित सेवानिवृत्त इंजीनियर स्वर्गीय नेयाज अहमद के घर से मिले उनकी पत्नी व दो बेटियों के रहस्यमयी स्थिति में बरामद तीन शवों से जुड़ा है. एसआइटी कर रही मामले की जांच:एसपी अंब्रीश राहुल ने कौआकोल के भलुआही गांव में मिले तीन शवों के मामले की जांच के लिए पकरीबरावां के एसडीपीओ महेश चौधरी के नेतृत्व में विशेष जांच टीम (एसआइटी) गठित की है. ताजा जानकारी के मुताबिक एसआइटी घटनास्थल पर जाकर मौजूद साक्ष्यों के सहारे मामले की जांच में जुटी है. एसआइटी में कौआकोल थानाध्यक्ष दीपक कुमार के अलावा अपर थानाध्यक्ष सरोज कुमार व डीआइयू की टीम को शामिल किया गया है. इस मामले जिले के पुलिस कप्तान अंब्रीश राहुल ने बताया है कि कौआकोल थाना क्षेत्र के भलूआही गांव की एक घर बरामद तीन महिलाओं की मौत की स्पष्ट कारण अभी नहीं पता चल पाया है. मामले की तहकीकात के लिए विशेष टीम काम कर रही है. ऐसे फॉरेंसिक व पोस्टमार्टम रिपोर्ट बाद ही कुछ स्पष्ट हो पायेगा. इसके लिए रिपोर्ट आने की इंतजार किया जा रहा है.
20 जून को मां औ दो बेटियों के एक साथ मिले थे शव20 जून को घर से दुर्गंध आने की ग्रामीणों से मिली शिकायत पर पहुंची पुलिस ने अलग-अलग कमरों से तीन शवों को बरामद किया था. मृतकों में सेवानिवृत्त इंजीनियर स्वर्गीय नेयाज अहमद की पत्नी आमना 85 वर्ष, उनकी शिक्षिका पुत्री शबाना खातून 45 वर्ष, पुत्री मंजू खातून 56 वर्ष शामिल थीं. मौके से टब से मांस बरामद किये गये थे. अब सवाल है कि बकरीद की मटन बनाने की पूरी तैयारी के बाद आत्महत्या कहना बईमानी होगी. क्योंकि दो-दो टब में कच्चा मटन रखा हुआ था. मुख्य दरवाजे भी खुले हुए थे. ऐसे में कोई आत्महत्या नहीं कर सकता है. ऐसे हत्या या आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को भी एक पहेली बनी हुई है. जो फॉरेंसिक तथा पोस्टमार्टम रिपोर्ट ही मौत की खोलेगा राज.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है