कौआकोल (नवादा).
झारखंड-नवादा जिले की सीमा पर कौआकोल थाना क्षेत्र के झरनवां गांव के पास गुरुवार की दोपहर बदमाशों ने पेट्रोल छिड़क कर एक युवक को जिंदा जला डाला. मरनेवाले युवक की पहचान झारखंड के गिरिडीह जिले के गांवा थाना क्षेत्र के डुमरझारा निवासी सोमर साव के 30 वर्षीय बेटे मुकेश कुमार साव के रूप में की गयी है. घटना के पीछे शराब की तस्करी को कारण माना जा रहा है. इधर थाना क्षेत्र की सीमा को लेकर झारखंड व नवादा जिले की पुलिस के बीच पेच फंसा रहा, हालांकि शाम में नवादा के कौआकोल थाने में इस मामले में केस दर्ज हुआ. नवादा के एसपी कर्तिकेय शर्मा ने बताया कि कौआकोल थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. मामले का अनुसंधान शुरू हो चुका है. आशंका है कि इस घटना के पीछे शराब तस्करी कारण हो. घटनास्थल की सीमा को लेकर प्राथमिकी करने को लेकर देरी हुई. अब केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने अनुसंधान शुरू कर दिया है. जानकारी के अनुसार, कौआकोल थाना क्षेत्र के रानीगदर में तालाब के निर्माण में डुमरझारा निवासी सोमर साव के ट्रैक्टर से मिट्टी की ढुलाई की जा रही है. काम की देखरेख के लिए मुकेश कुमार अपने भाई छोटू कुमार के साथ अपनी बाइक से डीजल लेकर ट्रैक्टर में डालने के लिए जा रहा था. इसी बीच झरनवां के पास पहले से घात लगाये पांच की संख्या में रहे बदमाशों ने बाइक को रोक कर मुकेश कुमार को उतार लिया और मारपीट करने लगे. इसी क्रम में कुछ बदमाशों ने मुकेश की बाइक से ही पेट्रोल निकल कर उसके ऊपर छिड़क कर आग लगा दी. इधर मौका पाकर बाइक पर साथ में रहा मुकेश कुमार का भाई छोटू किसी तरह वहां से भाग निकला और घटना की जानकारी घरवालों को दी. जब तक घरवाले घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक मुकेश कुमार की मौत हो चुकी थी.दो थाना क्षेत्रों के बीच फंसा रहा़ प्राथमिकी दर्ज करने का मामला:
घटना के बाद मृतक के परिजनों ने इसकी सूचना कौआकोल पुलिस को मोबाइल पर दी. कौआकोल पुलिस यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि मामला झारखंड का है, इसलिए प्राथमिकी वहां की पुलिस दर्ज करेगी. इसके बाद मृतक के परिजन गांवा, लोकाय एवं घुठिया की पुलिस से संपर्क कर कार्रवाई किये जाने की मांग की. किंतु वहां की पुलिस ने भी यह कहकर इतिश्री कर दिया कि यह घटना कौआकोल थाना क्षेत्र की सीमा की है. प्राथमिकी दर्ज कौआकोल पुलिस करेगी. इसके बाद मृतक के परिजनों ने कौआकोल थाना पहुंचे और घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया, पर कौआकोल पुलिस फिर उसे यही कहकर लौटा दिया कि मामला झारखंड का है. इसलिए मुझे प्राथमिकी दर्ज करने का कोई औचित्य ही नहीं बनता है. इस प्रकार मृतक के परिजनों ने शव को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कौआकोल, गांवा, लोकाय व घुठिया पुलिस थाने का चक्कर काटते रहे. पुलिस का हाइवोल्टेज ड्रामा के बाद पुनः मृतक के परिजनों ने शव के साथ कौआकोल थाना पहुंच गये हैं. इसके बाद प्राथमिकी दर्ज की गयी़
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