करोड़ों रुपये ठगी के मामले में आरोपित का रिश्तेदार हिरासत में

नसीम ब्रदर्स और उनके परिजनों पर पुलिस ने कसा शिकंजा

By Prabhat Khabar News Desk | November 2, 2024 10:32 PM
an image

नवादा कार्यालय. जिले का बहुचर्चित सिरदला प्रखंड के शेरपुर गांव के नसीम ब्रदर्स प्रकरण में नवादा पुलिस ने नसीम ब्रदर्स पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. शनिवार को नसीम ब्रदर्स का एक रिश्तेदार को पुलिस ने उठा लिया. जानकारी अनुसार, जिला अतिथि गृह में प्रवास लिए पहुंचे अनुसूचित जाति व जनजाति मंत्री जनक चमार के पास लोन धारक पीड़ित महिलाएं न्याय का गुहार लगाने पहुंची हुई थी. महिलाओ से आपबीती सुनने के बाद मंत्री ने नवादा एसपी अभिनव धीमान से महिलाओं की शिकायत के बारे में अवगत कराया. साथ ही केस पर की जा रही कारवाई के बारे में जानकारी ली. मंत्री के आग्रह पर तथा महिलाओ की निशानदेही पर सर्किट हाउस में मौजूद सिरदला कांड संख्या 403/24 के नामजद वांक्षित अभियुक्त कयूम अंसारी को टाउन थाने की पुलिस को सौंप दिया. आपको बता दें की कयूम अंसारी गाड़ी समेत लापता हुए नसीम ब्रदर्स का रिश्तेदार है, जो शेरपुर स्थित अपनी पत्नी के ननिहाल में नसीम ब्रदर्स के गोरखधंधे में हाथ बंटाने का कार्य करता था. 18 अक्तूबर को अचानक गाड़ी समेत नसीम ब्रदर्स के लापता हो जाने के बाद शेरपुर गांव के ही बच्चु साव के पुत्र सहित करीब आधा दर्जन ग्रामीणों ने सिरदला थाने में लिखित शिकायत कर धोखाधड़ी कर रुपये ठगने का आरोप लगाते हुए कांड संख्या 403/24 दर्ज करवाया था. इसमें नसीम ब्रदर्स के अलावा नसीम के कई परिजनों को नामजद किया गया है. थानाध्यक्ष संजीत राम ने बताया कि नगर थाने से सूचना मिली है की एक युवक को हिरासत में लिया गया है. पूछताछ की जा रही है. नसीम ब्रदर्स पर करोड़ो की ठगी का आरोप 18 अक्त्तूबर को सिरदला थाना क्षेत्र के शेरपुर गांव निवासी मो मोजीबुल हक के तीन बेटे एक साथ गाड़ी समेत लापता हो गये थे. इसके बाद गांव सहित पूरे प्रखंड और जिले में कोहराम मच गया. परिजन जहां नसीम ब्रदर्स के लापता होने के पीछे अनहोनी की आशंका जता रहे थे. वहीं, दूसरी ओर सैकड़ों महिलाएं लापता नसीम ब्रदर्स पर करोड़ों रुपये ठगी का आरोप लगाते हुए शेरपुर गांव पहुंच कर हंगामा करने लगे. इसी बीच बनारस से नसीम ब्रदर्स की गाड़ी लावारिस स्थिति में पुलिस बरामद कर अनुसंधान कर रही थी. इसमें सीसीटीवी फुटेज में नसीम ब्रदर्स को साफ देखा गया कि प्रायोजित साजिश के तहत तीनों भाई बीच सड़क पर गाड़ी को छोड़ भाग रहे है. इसी दौरान पीड़ित लोन धारक सिरदला थाना पहुंच कर शिकायत करना शुरू कर दिये थे. दोनों ही मामले मे पुलिस बारीकी से छानबीन करते हुए आगे बढ़ रही है. पहली एफआइआर में सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद मामला लगभग साफ हो चुका है कि नसीम की पत्नी मेहरु निशां झूठ बोल रही है. वहीं, दूसरी मामले में जिसमें करोड़ों की ठगी की गयी है. उसमें रोजाना शिकायत पत्र पुलिस को मिल रहा है. ठगी किये गये रुपयों का तो कोई वास्तवीक आंकड़ा सामने नहीं आया है. लेकिन कयासो और अटकलों मे करीब 40-50 करोड़ो की अनुमानित आंकडा मिल रहा है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version