बोरिंग होने के आठ साल बाद भी नहीं नल से पानी की नहीं हुई सप्लाइ
शेखपुरा पंचायत के वार्ड नौ में नलजल योजना फेल, पेयजल के लिए ग्रामीण परेशान
नरहट/नवादा.
प्रखंड की शेखपुरा पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर नौ में नलजल योजना फ्लॉप साबित हो रही है. इस वार्ड में लगभग आठ साल पहले पीएचइडी से बोरिंग करा कर छोड़ दिया गया है. भीषण गर्मी में पेयजल के लिए इस वार्ड के ग्रामीण इधर-उधर भटक रहे हैं. लगभग 300 घरों को पानी के लिए परेशानी झेलनी पड़ रही है. अनुसूचित जाति बहुल्य वार्ड में इक्के-दुक्के घरों में लगे सबमर्सिबल मोटर से लोग अपनी प्यास बुझा रहे हैं. कई घरों के लोग समीप के स्कूल से पानी ला रहे हैं. आठ साल एक लंबा समय के अंतराल के बाद भी नलजल योजना से काम पूरा नहीं हुई है. जमीन आदि सभी उपलब्ध रहने के बावजूद भी काम पूरा नहीं होने पर पीएचइडी की उदासीनता को दर्शाता है. इससे साफ होता है कि विभाग कितना सक्रिय होकर धरातल पर काम को पूरा कर रहा है. प्रखंड स्तर पर शिकायत के बावजूद ग्रामीणों ने कई बार इस समस्या को पेपर के माध्यम से वरीय अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया गया है. लेकिन, आज तक किसी ने नलजल की समस्या का समाधान नहीं किया है. क्षेत्र भ्रमण के दौरान वार्ड नौ के ग्रामीणों ने नवादा सांसद चंदन सिंह से भी शिकायत की थी. उसके बाद भी अभी तक इस जगह पर विभाग द्वारा काम शुरू कर घरों में पानी की सप्लाइ नहीं की गयी है. इससे ग्रामीणों में भारी नराजगी देखी जा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि पीएचइडी द्वारा 2016 में बोरिंग के बाद आज तक नल-जल योजना शोभा की वस्तु बन कर रह गयी है. विभागीय उदासीनता के कारण सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल का जल फेलुयर साबित हो रही है. सरकार के लाखों खर्च के वावजूद ग्रामीणों को पानी नसीब नहीं हो रहा है. क्या कहते हैं ग्रामीणआठ साल से बोरिंग कर छोड़ दिया है. इससे यह साफ पता चलता है कि नलजल योजना में कितना तेजी से काम हो रहा है. सरकार का लाखों रुपये खर्च के बाद वार्ड नंबर नौ के ग्रामीणों को पानी नसीब नहीं हुआ है. पानी के लिए ग्रामीण इधर-उधर भटक रहे हैं.पिंटू राजवंशी, ग्रामीणभीषण गर्मी में अधिकतर घरों में लगे चापाकल से पानी निकलना बंद हो गया है. कई वर्षों से नलजल योजना से घरों में पानी की सप्लाइ नहीं की जा रही है. डीएम से मांग है कि नलजल योजना को पूरा करा कर वार्ड में पानी की सप्लाइ शुरू करायें.
राजदेव चौधरी, ग्रामीणपानी की समस्या को लेकर वार्ड के लोग परेशान हैं. जलस्तर काफी नीचे चला गया है. चापाकल भी फेल है. प्रखंड स्तर पर शिकायत के बाद भी अधूरा पड़े नलजल के काम को पूरा नहीं किया गया. लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा हैं.फुलवा देवी, वार्ड सदस्य, वार्ड नौक्या कहते हैं पदाधिकारीअभी आचार संहिता लागू है. जैसे ही आचार संहिता समाप्त होता है, तो इसका पीएचइडी से टेंडर के बाद कार्य प्रारंभ किया जायेगा. पेयजल की समस्या नहीं हो, इसके लिए जेइ को निर्देशित किया गया है.
बैजु कुमार मिश्रा, बीडीओडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है