ठगी करते चार साइबर अपराधी गिरफ्तार
मोबाइल, लेपटॉप सहित कई पन्ने की कस्टमर डाटा बरामद
नवादा कार्यालय.
भोले-भाले लोगों से ठगी करते चार साइबर अपराधियों को साइबर पुलिस ने खदेड़कर पकड़ लिया. लेकिन, कई साइबर अपराधी पुलिस की गतिविधि देख भाग निकला. बताया जाता है कि वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के पैगरी गांव के बाहर एक बगीचे में करीब दर्जनों साइबर अपराधी भोले-भाले लोगों से विभिन्न कंपनी से सस्ते दर पर लोन व विभिन्न तरह की प्रलोभन देकर ठगी कर रहे थे. साइबर पुलिस ने गुप्त सूचना पर पैगरी गांव के पश्चिम दिशा में कुछ साइबर अपराधी की पुलिस को सूचना मिली थी. एसपी अंब्रिश राहुल की निर्देश पर साइबर पुलिस उपाधीक्षक सह थानाध्यक्ष की नेतृत्व में एक एसआइटी टीम गठित कर स्वैट दल की पुलिस की सहयोग से घेराबंदी का प्रयास किया गया. लेकिन, ठगी की स्थान पर पहुंचते ही साइबर अपराधी इधर-उधर भागने लगे, लेकिन पुलिस ने खदेड़कर चार साइबर अपराधियों को धर दबोचा. मौका पाकर कई साइबर अपराधी भागने में सफल रहा है. जानकारी के अनुसार शशिकांत तथा पवन पैगरी गांव व सोनू व गुड्डू नालंदा तथा शेखपुरा जिला का बताया जाता है. गिरफ्तार साइबर अपराधी को गिरफ्तार के लिए पुलिस को धान की खेत में दौड़ लगानी पड़ी है. ठगी की स्थान से पांच मोबाइल, लैपटॉप सहित कई पन्ने की कस्टमर डाटा भी जब्त करने की बात आ रही है. इस मामले में साइबर पुलिस उपाधीक्षक सह थानाध्यक्ष प्रिया ज्योति ने गिरपतारी की पुष्टि की है. लेकिन, विस्तृत जानकारी अगले दिन प्रेसवार्ता में देने की बात कही है. गौरतलब है कि वारिसलीगंज इलाके साइबर अपराधियों का हब माना जाता है यकीन करें, तो साइबर अपराध के मामले में झारखंड की जामताड़ा को भी अपने इस इलाके पीछे छोड़ दिया है. इस गोरखधंधे को रोकने के लिए सरकार ने प्रति जिले में साइबर थाना स्थापित कर रखा है. इसके बावजूद रुकने की बजाय दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है. अब तो आम लोगो में इस कदर दहशत व्याप्त है कि किसी तरह की एंड्रॉयड मोबाइल पर किसी तरह की मसेजे या ओपीडी भी बताना खतरे से भरा है. न जाने किसी किसका खाता कब खाली कर देगा. ऐसे किसी भी अनजाने व्यक्ति तथा अनजान मोबाइल मैसेज को छेड़ना कभी भी मंहगा पड़ सकता, जिससे सावधान व सतर्क रहने की जरूरत है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है