भसुर ने ही करायी थी भाई की विधवा पत्नी की हत्या

हत्या की साजिश करनेवाले भसुर सहित दो शूटर हथियार के साथ गिरफ्तार

By Prabhat Khabar News Desk | July 7, 2024 10:46 PM

नवादा कार्यालय.

मुफस्सिल थाना क्षेत्र के विवीपुरा गांव के पास बाइक सवार महिला पर ताबड़तोड़ गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गयी थी. इस मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. वहीं, हत्या का मामला दर्ज कराने वाले भसुर सहित तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. हत्या की साजिश रचने वाले साथ चल रहे राजेश सिंह, नगर थाना क्षेत्र के गोनवां गांव निवासी चंद्रशेखर सिंह के बेटे मनोज सिंह व सुधीर सिंह के बेटे रौशन कुमार उर्फ चिरकुट के रूप में पहचान हुई है. दोनों गिरफ्तार शूटरों पर नगर थाना व महिला थाने में मामला दर्ज हैं. हत्या, आर्म्स एक्ट सहित अन्य मामले में जेल जा चुका है. जानकारी के अनुसार, एक जुलाई 2024 की देर शाम महिला की हत्या के मामले को एसपी अंब्रिश राहुल ने गंभीरता लेते हुए त्वरित कार्रवाई करने के लिए सदर एसडीपीओ 2 व थानाध्यक्ष मुफस्सिल विजय कुमार कुमार के नेतृत्व में एक एसआइटी गठित की. गठित टीम ने विभिन्न तकनीकी तथा मानवीय जांच में हत्या की मामले को उद्भेदन कर लिया. रविवार को पुलिस कार्यालय में एसपी अंब्रिश राहुल ने प्रेसवार्ता में बताया कि वारिसलीगंज थाना क्षेत्र दौलतपुर गांव में 2014 में मात्र सात डिसमिल जमीन को लेकर लड़ाई शुरू हुई. इसमें कुल तीन लोगों की मौत हो चुकी है. पुराना है भूमि विवादजानकारी के अनुसार 2014 में गांव के ही देवेंद्र लाल ने अपने गांव की राजेंद्र सिंह को जमीन रजिस्ट्री करने जा रहे थे. इसी बीच देवेंद्र लाल का अपहरण कर लिया गया था. इसके बाद दौलतपुर गांव निवासी राजेश सिंह व विवेका सिंह को गिरफ्तार किया गया था. भूमि विवाद वहीं खत्म नहीं हुआ. सन 2017 एक नाबालिग से रेप के मामले में गांव निवासी राजेंद्र सिंह के बेटे अनिल सिंह को आरोपित किया गया. उक्त मामले में पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. 2018 में भगवान सिंह के पुत्र विवेका सिंह सहित कुछ अन्य लोगों ने जेल में बंद अनिल सिंह की पत्नी पर डायन का आरोप लगाकर गांव की गलियों में घुमाया गया था. इसके बाद 2018 में अनिल सिंह के बेटे गुड्डू सिंह कुछ अन्य अपराधियों के साथ मिलकर गांव में ही ताबड़तोड़ गोली मारकर विवेका सिंह को मौत की नींद सुला दिया था, जिसमें अनिल सिंह के बेटे गुड्डू कुमार तथा सौरभ उर्फ लाला सहित कई अज्ञात को प्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया था. लेकिन यह विवाद रुकने की बजाय बढ़ते चला गया. 2023 में रिटायर्ड लिपिक को वारिसलीगंज स्थित नवनिर्मित घर पर दिनदहाड़े गोली मारकर कर हत्या कर दी गयी थी. इसमे सौरभ उर्फ लाला की गिरफ्तारी हुई थी. लगातार हत्या की दौर से ग्रामीण सहित अन्य पंचायत के लोगो को पहल पर दोनों के बीच समझौता करा दिया गया. इसमें विवादित सात डिसमिल जमीन 29 जून 2024 को राजेंद्र सिंह ने स्व विवेक सिंह की विधवा पत्नी के नाम रजिस्ट्री कर दिये थे, लेकिन विधवा ममता देवी के भैसुर को यह नागवार लग रहा था. उनके संपति की लालच में विधवा ममता देवी की हत्या की साजिश रच दिया था. जिसमे रिश्ते में भांजा गोनावां निवासी रौशन उर्फ चिरकुट तथा मनोज सिंह को शूटर के रूप में सेटिंग किया था. इस हत्या के 15 दिन पहले भी ममता देवी को पीछा किया गया था, लेकिन ऑटो सवार ममता पर हमला करने की सुनसान कही नहीं दिखा, तो उस दिन हत्या नहीं कर सका था. लेकिन ठीक कुछ दिन बाद ममता देवी भसुर की बाइक से जाने की क्रम में दो बाइक सवार ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी.

आवेदक ही निकला हत्यारा:

भसुर राजेश सिंह ने पुलिस बयान में बताया था कि चार चक्के पर सवार पांच छह की संख्या में रहे अपराधियों ने पीछा कर विविपुरा के पास ओवरटेक कर गोली मारी. लेकिन अपराधियो को देख हम भाग खड़े हुए. पुलिस मामले को दर्ज कर अनुसंधान में जुट गयी थी. विभिन्न तकनीकी मध्यम से मनोज सिंह व रौशन उर्फ चिरकुट को गिरफ्तार किया. इसके पास एक रिवाॅल्वर, एक पिस्टल, दो कारतूस तथा हत्या में प्रयुक्त बाइक को जब्त कर ली गयी है. गिरफ्तार आरोपित की निशानदेही पर मृतका की भसुर दौलतपुर निवासी भगवान सिंह के पुत्र राजेश सिंह को भी गिरफ्तारी कर लिया गया है. पुलिस को भसुर पर पहले से ही हत्या की संदेह था, लेकिन पुलिस साक्ष्य जुटाने की बाद उसकी गिरफ्तारी की है. एसपी ने बताया है कि घटना के महज सात दिन की अंदर महिला की हत्या की मामले को उद्भेदन कर सभी आरोपित को गिरपतार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है, जो पुलिस की एक उपलब्धि मानी जा रही है.

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