किऊल-गया रेलखंड पर 28 फरवरी तक आठ ट्रेनें रद्द, यात्रियों को हो रही परेशानी
Trains Canceled: रद्द की गयी ट्रेनों में दो फास्ट पैसेंजर और छह पैसेंजर ट्रेनें शामिल है. इसमें जमालपुर-गया फास्ट पैसेंजर, झाझा-गया पैसेंजर, गया-किऊल पैसेंजर और किऊल-गया पैसेंजर प्रमुख हैं.
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Trains Canceled: नवादा. जिले में किऊल-गया रेलखंड पर पूर्व मध्य रेलवे ने मकर संक्रांति पर कुंभ मेले में उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर 28 फरवरी तक आठ ट्रेनों का परिचालन रद्द कर रखा है. इन ट्रेनों के रैक कुंभ मेले के लिए भेज दिये गये है. रद्द की गयी ट्रेनों में दो फास्ट पैसेंजर और छह पैसेंजर ट्रेनें शामिल है. इसमें जमालपुर-गया फास्ट पैसेंजर, झाझा-गया पैसेंजर, गया-किऊल पैसेंजर और किऊल-गया पैसेंजर प्रमुख हैं. ये ट्रनें रद्द होने से सबसे ज्यादा परेशानी दैनिक यात्री को हो रही है. विशेषकर सरकारी कर्मचारी जो गया से झाझा जाने के लिए सुबह की पहली ट्रेन 03386 झाझा-गया पैसेंजर का उपयोग करते थे.
किसी वैकल्पिक व्यवस्था की घोषणा नहीं
रेलवे ने अभी तक किसी वैकल्पिक व्यवस्था की घोषणा नहीं की है. इससे यात्रियों की चिंता बढ़ी हुई है. गया से खुलने वाली दूसरी ट्रेन 05404 गया-जमालपुर फास्ट पैसेंजर के परिचालन में टाइमिंग का ध्यान कभी नहीं रखे जाने से बड़ी बाधा बन रही है. इस ट्रेन से तिलैया, नवादा, वारिसलीगंज, काशीचक और शेखपुरा तक जाने वाले दैनिक यात्री हमेशा ही कार्यालय पहुंचने में लेट हो रहें है. 03615 जमालपुर-गया फास्ट पैसेंजर और 03616 गया-जमालपुर फास्ट पैसेंजर व किऊल से गया के लिए सुबह परिचालित 03627 किऊल-गया पैसेंजर का रद्द रहना भी काफी कष्टप्रद साबित हो रहा है. हालांकि, इन जरूरी ट्रेनों के अलावा ट्रेन संख्या 15619 कामाख्या एक्सप्रेस को भी रद्द रहने से साहिबगंज भागलपुर किशनगंज इत्यादि दूरी स्टेशन की यात्रियों को भारी फजीहत हो रही है.
24 नबंबर से ही रद्द हैं ट्रेन
24 नवंबर से जारी मेगा ब्लॉक सात जनवरी तक रहा था. इससे यात्रियों की यात्रा बेहद कष्टकारी हो गयी थी. इसके बाद अनायास लिये गये एक निर्णय के तहत इन सभी आठ ट्रेनों का परिचालन 16 जनवरी तक रद्द कर दिया गया था. केजी रेलखंड की रद्द की गयीं यह सभी आठ रैक कुंभ मेले के लिए भेज दी गयी थीं. मकर संक्रांति को लेकर कुम्भ मेले के दरम्यान पवित्र स्नान के लिए उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर यह फैसला लिया गया था. हालांकि, इसके बाद भी भारी उहापोह की स्थिति बनी रही कि शायद आगे भी इसे रद्द रखा जा सकता है, लेकिन 17 जनवरी से इन सभी रद्द ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया, तो लोगों ने राहत की सांस ली.
नये सिरे से रद्द किया गया आठ ट्रेनों का परिचालन
लोगों का कहना है कि फिर 21 जनवरी से अगले 45 दिनों के लिए नये सिरे से आठ ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया जाना यात्रियों के लिए भारी पड़ने लगा है. 21 जनवरी से लेकर आगामी 28 फरवरी 2025 तक कुल चार जोड़ी ट्रेनों का परिचालन रद्द किया गया है. पूर्व-मध्य रेलवे के सीपीटीएम द्वारा जारी पत्र के मुताबिक, 53634 गया-किऊल पैसेंजर, 53635 किऊल-गया पैसेंजर, 53636 गया-किऊल पैसेंजर, 53627 किऊल-गया पैसेंजर, 53632 गया-झाझा पैसेंजर, 53631 झाझा-गया पैसेंजर, 53615 जमालपुर-गया फास्ट पैसेंजर तथा 53616 गया-जमालपुर फास्ट पैसेंजर का परिचालन रद्द किया गया है और एक्सप्रेस ट्रेन 15619 गया कामाख्या को 25 फरवरी तक रदद् किया गया
क्या कहते हैं यात्री
जितेंद्र कुमार सिंह कहते हैं कि सीआरएस हो जाने के बाद लगा कि कम से कम अब रद्द किये गये कमाख्या एक्सप्रेस को भी चालू कर दिया जायेगा, पर अब तक ऐसा नही हो पाया. मुझे हमेशा नवादा से किशनगंज अप -डाउन करना पड़ता है. यह ट्रेन से सफर करने में सहूलियत होती थी. महीनों से बंद यह ट्रेन को अब चालू कर देना चाहिये. वहीं शंभु कुमार कहते हैं, “महीनों से रदद् किये गये ट्रेन अब शुरू कर देना चाहिए. कुंभ मेले की भीड़ भी कम गयी है. आठ जोड़ी ट्रेनों को इतने दिनों तक रदद् रहने से हम जैसे दैनिक यात्रियों को काफी फजीहत हो रही है.”
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