बैंक मैनेजर की मनमानी से स्कूली बच्चों का नहीं खुल रहा खाता

अभिभावकों में बैंक मैनेजर के प्रति आक्रोश

By Prabhat Khabar News Desk | June 14, 2024 4:58 PM
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प्रतिनिधि, कौआकोल दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय शाखा, भलुआही के प्रबंधक की मनमानी की जा रही है. छात्र-छात्राओं को बैंक खाता नहीं खोला जा रहा है. खाता खोलने के लिए बेवजह परेशान किया जाता है. यह आरोप बच्चों के अभिभावकों ने लगाये हैं. अभिभावकों ने बताया कि मैट्रिक व इंटर के छात्र-छात्राओं का बैंक खाता खोलने में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक भलुआही के प्रबंधक द्वारा बच्चों के माता-पिता का बैंक पासबुक खोजा जाता है, जबकि अन्य ब्रांचों में इस तरह के नियम नहीं हैं. बहुत सारे छात्र छात्राएं हैं, जिनके माता-पिता के पास बैंक अकाउंट नहीं है. ऐसी स्थिति में काफी संख्या में छात्र बैंक में खाता खुलवाने से वंचित रह जा रहे हैं. इसके कारण उन छात्र छात्राओं को सरकारी स्तर से मिलने वाला छात्रवृति, पोशाक योजना, किताब सहित अन्य तरह की प्रोत्साहन राशि से वंचित रह जाना पड़ता है. बैंक प्रबंधक के इस तरह की रवैये को लेकर अभिभावक मीना देवी, श्यामा देवी, किरण देवी समेत अन्य अभिभावकों व छात्र-छात्राओं में भारी आक्रोश व्याप्त है. अभिभावकों की यह भी शिकायत है कि जब बैंक में राशि की निकासी करने या खाता खुलवाने के लिए छात्र जाते हैं, तो प्रबंधक द्वारा उसे सीधे ग्राहक सेवा केंद्र पर भेज दिया जाता है. उन्हें कहा जाता है कि यहां अब खाता नहीं खुलता है. खाता खोलने का काम सिर्फ ग्राहक सेवा केंद्र पर ही होता है. क्षेत्र के अभिभावकों व छात्र-छात्राओं ने बैंक के वरीय पदाधिकारियों व जिला समाहर्ता, नवादा से इस तरह की मनमानी रवैया पर रोक लगाने की मांग की है. इधर इस संबंध में पूछे जाने पर दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक भलुआही के प्रबंधक सूरज कुमार ने बताया कि बैंक का नियम कानून में बदलाव किया गया है. अब छात्र-छात्राओं को खाता खोलने में उनके माता या पिता का पासबुक लेना अनिवार्य कर दिया गया है.

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