नवादा कार्यालय. बिहार में बदलाव की जरूरत को महसूस किया जा रहा है. आमलोग अब आगे आकर बदलाव के लिए प्रयास कर रहे हैं. उक्त बातें बदलो बिहार न्याय पदयात्रा के दूसरे दिन आयोजित कार्यक्रम में कही गयी. सुबह हिसुआ से पदयात्रियों का जत्था अपने गंतव्य की ओर रवाना हुआ. यात्रा में भाकपा-माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य के अलावा एमएलसी शशि यादव, अरवल विधायक महानंद सिंह, रामबली सिंह यादव, गोपाल रविदास आदि नेताओं की टीम में जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष धनंजय कुमार भी शामिल हुए. माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ग्रामीणों फुटपाथ दुकानदारों और समाज के विभिन्न तबकों से लगातार संवाद कर रहे हैं. बिहार में बदलाव की अपील कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हमारी पदयात्रा को आमलोगों का समर्थन मिल रहा है, उससे साफ जाहिर है कि बिहार डबल बुलडोजर वाली सरकार की विदाई के लिए तैयार है. उन्होंने सिवान में जहरीली शराब से हुई मौत पर आक्रोश जाहिर किया. कहा कि नीतीश सरकार शराब तस्करों पर नियंत्रण करने में असफल रही है. बार-बार ऐसी घटनाएं हुई हैं. लेकिन, मौत का सिलसिला नहीं रुका. बिना राजनीतिक सरंक्षण के शराब माफिया नहीं चल रहे. जहरीली शराब गरीबों के जनसंहार का हथियार बन गया है. 27 अक्त्तूबर को पटना के न्याय सम्मेलन में शामिल होने की अपील : दूसरे दिन हिसुआ से पदयात्रा शुरू हुई. पदयात्रा लालू नगर, उमराव बिगहा, मंझवे पहुंची. वहां जन संवाद करते हुए वजीरगंज की तरफ पदयात्रा बढ़ी. लालू नगर में सैकड़ों की संख्या में महादलित, गरीबों- मजदूरों- महिलाओं ने पदयात्रियों का स्वागत किया. माले महासचिव ने ग्रामीणों से मुलाकात की और उन्हें 27 अक्त्तूबर को पटना के न्याय सम्मेलन में आने का न्योता दिया. अपने संबोधन में माले महासचिव ने कहा कि जमीन सर्वे पर एक बार फिर हमला किया. कहा कि हमने साफ-साफ कहा है कि सबसे पहले जिस जमीन पर लोग बसे हुए हैं. उस जमीन का कागज दिया जाए. सरकार बिहार के गरीबों को उजाड़ने में लगी है. इसे बिहार अब बर्दाश्त नहीं करेगा. एमएलसी शशि यादव ने भी जनसंवाद यात्रा को संबोधित किया और स्मार्ट मीटर पर रोक सहित कई मसलों को उठाया. विधायक रामबली सिंह यादव ने कहा कि बुलडोजर राज को बदल देना है. बिहार में न्याय का राज चाहिए. दलितों पर हिंसा बर्दाश्त नहीं करेंगे. लालू नगर में स्थानीय विधायक नीतू सिंह ने का. दीपंकर भट्टाचार्य और अन्य पदयात्रियों का स्वागत किया. लालू नगर से नवादा–गया मुख्य मार्ग से पदयात्रा करते हुए जत्था उमरांव बिगहा पहुंची, जहां कुछेक स्कूली शिक्षकों और ग्रामीणों ने पदयात्रियों का स्वागत किया. अतिपिछड़ी जाति बहुल इस गांव में ग्रामीणों ने भूमि सर्वे और स्मार्ट मीटर का मुद्दा उठाया. ग्रामीणों ने माले की यात्रा में उठाये जा रहे मुद्दों का समर्थन किया व बिहार में बदलाव की जरूरत को महसूस किया. यहां पर आयोजित सभा को मुख्य रूप से धनंजय कुमार और महानंद सिंह ने संबोधित किया. इसके आगे यात्रा मंझवे पहुंची, जहां बाजार में जनसंवाद करते हुए विधायक गोपाल रविदास और अन्य लोगों ने संबोधित किया. सैकडों पदयात्री मौसम की प्रतिकूलता के बावजूद लगातार साथ चल रहे हैं.
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