मुंगेर का नक्सली एरिया कमांडर बीडीओ कोड़ा नक्सली प्रेमिका के साथ यूपी से गिरफ्तार, 50 हजार रुपये का इनाम
माओवादी संगठन के मुंगेर-जमुई-लखीसराय का एरिया कमांडर बीडीओ कोड़ा को उसकी नक्सली प्रेमिका पोली कुमारी के साथ जमालपुर एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के गौतमबुद्ध नगर से गिरफ्तार किया. दोनों के खिलाफ हत्या, रंगदारी, अपहरण सहित दो दर्जन से अधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं.
मुंगेर. माओवादी संगठन के मुंगेर-जमुई-लखीसराय का एरिया कमांडर बीडीओ कोड़ा को उसकी नक्सली प्रेमिका पोली कुमारी के साथ जमालपुर एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के गौतमबुद्ध नगर से गिरफ्तार किया. दोनों के खिलाफ हत्या, रंगदारी, अपहरण सहित दो दर्जन से अधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी. उसके खिलाफ बिहार सरकार ने 50 हजार रुपया का इनाम भी घोषित कर रखा है. गिरफ्तार नक्सली मुंगेर जिले के लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र के पैसरा गांव का रहने वाला है, जबकि पोली लखीसराय के बरमसिया की रहने वाली है.
मोबाइल लोकेशन के आधार पर हुई गिरफ्तारी
एसपी जगुनाथरेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि सूचना मिली कि 50 हजार के इनामी नक्सली बीडीओ कोड़ा महिला नक्सली सदस्य पोली कुमारी के साथ फरार है. उसके बारे में लगातार जानकारी इकट्ठा की जा रही थी. इसी दौरान पता चला कि यूपी के गौतमबुद्ध नगर के बिसरख क्षेत्र में छिपा हुआ है. इसके बाद जमालपुर एसटीएफ व मुंगेर पुलिस के सहयोग से नौ जुलाई को वहां छापेमारी की गयी. जहां से मुंगेर जिले के लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र के पैसरा निवासी बीडीओ कोड़ा उर्फ कारेलाल कोड़ा एवं लखीसराय जिले के कजरा थाना क्षेत्र के बरमसिया निवासी पोली कुमार को गिरफ्तारी किया. बताया जाता है कि दोनों की गिरफ्तारी मोबाइल लोकेशन के आधार पर यूपी के स्थानीय पुलिस के सहयोग से की गयी.
15-20 दिन पूर्व ही पोली के साथ भागा था बीडीओ
बताया जाता है कि गिरफ्तार नक्सली बीडीओ कोड़ा उर्फ कारेलाल कोड़ा माओवादी संगठन के गुरिल्ला दस्ता का सदस्य है और उसने कई बड़ी नक्सली कार्रवाई को अंजाम दिया है. इसके दस्ता के साथ एक महिला दस्ता भी चलता था, जिसमें पोली कुमारी शामिल थी. इसी दौरान दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ा. लेकिन नक्सली संगठन से जुड़े दोनों परिवार को बीच खटास बढ़ गयी. कहा जाता है कि पोली बालेश्वर कोड़ा की रिश्तेदार है, जिसने हाल ही में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. पूर्व में बालेश्वर ने बीडीओ कोड़ा के साथ मारपीट भी की थी. वह पूर्व में भी पोली को भागाया था.
कई नक्सलियों ने जहां सरेंडर कर दिया
एसपी ने बताया कि हाल के दिनों में पुलिस की कार्रवाई के कारण कई नक्सलियों ने जहां सरेंडर कर दिया. वहीं कई नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके बाद पोली ने बीडीओ कोड़ा पर सरेंडर करने का मन बनाया, लेकिन बाद में निर्णय लिया कि बाहर जाकर कुछ दिनों तक हमलोग काम कर कुछ पैसा जमा करते हैं. इसके बाद सरेंडर करेंगे. अचानक 15-20 दिन पूर्व दोनों संगठन को छोड़ कर फरार हो गये और नोएडा पहुंच गये. जहां से दोनों को गिरफ्तार किया गया.
दर्ज हैं 20 से अधिक मामले
एसपी ने बताया कि बीडीओ कोड़ा काफी लंबे समय से माओवादी संगठन से जुड़ा है. पूर्व में वह माओवादियों के लिए खाना, पानी, गोला, बारूद का इंतजाम करता था. बाद में वह गुरिल्ला दस्ता का सदस्य हो गया. वह कई संगीन नक्सली वारदातों को अंजाम दे चुका है. बीडीओ पर मुंगेर, जमुई, लखीसराय जिले के विभिन्न थानों में दो दर्जन से अधिक मामला दर्ज है. मुंगेर के बरियारपुर, लड़ैयाटांड, धरहरा, खड़गपुर में जहां 12 मामले में वह फरार चल रहा है. वहीं लखीसराय के पीरी बाजार, कजरा थाना और जमुई के खैरा व लक्ष्मीपुर थाना में भी मामला दर्ज है, जिसका रिकार्ड खोजा जा रहा है. वहीं पोली कुमारी पर भी आधा दर्जन से अधिक मामला विभिन्न थानों में दर्ज है. उसके खिलाफ लड़ैयाटांड, पीरीबाजार एवं चाचन थाना में मामला दर्ज है.
संगठन की मजबूती के लिए कर रहे काम
मुंगेर. अर्धसैनिक बल, एसटीएफ व जिला बल द्वारा लगातार नक्सलियों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. तीन हार्डकोर नक्सली बालेश्वर कोड़ा सहित तीन नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. जबकि आधे दर्जन नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया. इसके कारण मुंगेर, जमुई, लखीसराय में संगठन पूरी तरह से कमजोर हो गया. लेकिन अब भी 10 से अधिक बड़े नक्सली लीडर व गुरिल्ला दस्ता के सदस्य है जो संगठन को मजबूत बनाने के फिराक में है.
अब दो ही विकल्प है वह आत्मसर्मपण करे अथवा पुलिस की गोली
बताया जाता है कि नक्सलियों के बड़े नाम में परवेश दा है, जिस पर बिहार सरकार ने पांच लाख और झारखंड सरकार ने 25 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है. जबकि अरविंद यादव पर बिहार सरकार ने एक लाख, सुरेश कोड़ा पर एक लाख, रावण कोड़ा पर 50 हजार एवं रेणुका पर 50 हजार का इनाम घोषित है. जबकि कुख्यात नक्सली बहादुर कोड़ा, नारायण कोड़ा, दयानंद कोड़ा, गोला साह सहित अन्य 10 नक्सली अब भी बाहर है. एसपी जगुनाथरेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि नक्सलियों के सामने अब दो ही विकल्प है वह आत्मसर्मपण करे अथवा पुलिस की गोली का सामना करे.
कई संगीन नक्सली वारदातों को दे चुका है अंजाम
मुंगेर. एसपी ने बताया कि बीडीओ कोड़ा नक्सली संगठन के गुरिल्ला दस्ता का सदस्य है. वह एसएलआर हथियार का प्रयोग करता है. 2 फरवरी 2022 को पीरीबाजार थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित एरिया में पुलिस-नक्सली एनकाउंटर हुआ था. इसमें दो नक्सली जमुई जिले के बरहट थाना अंतर्गत मुसहरी टांड़ निवासी वीरेंद्र कोड़ा और पीरीबाजार थाना क्षेत्र के हदहदिया गांव निवासी जगदीश कोड़ा की मौत हो गयी थी. इसमें बीडीओ कोड़ा बच कर निकल गया था.
दीपक का अपहरण कांड
अक्तूबर 2021 को लखीसराय के पीरी बाजार थाना क्षेत्र के चौखरा गांव निवासी डीलर भागवत महतो के पुत्र दीपक का अपहरण कर लिया. इस मामले में भी पुलिस के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई थी. इसमें प्रमोद कोड़ा नामक नक्सली मारा गया था. लेवी लेने के बाद नक्सलियों ने डीलर पुत्र को छोड़ दिया था. इस कार्रवाई में बीडीओ कोड़ा ने मुख्य भूमिका निभायी थी. 23 दिसंबर 2021 को नक्सलियों ने लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र के मथुरा गांव पर आजीमगंज पंचायत के मुखिया परमानंद टुडू की घर से उठा कर ले जाकर गला रेत कर हत्या कर दी थी. इसमें बीडीओ कोड़ा की मुख्य भूमिका थी. इसके अलावे उसने कई बड़ी नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया था.
नक्सलियों ने पांच हजार वेतन का किया था वादा
मुंगेर. एसपी जगुनाथरेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि पूछताछ में बीडीओ कोड़ा उर्फ कारेलाल कोड़ा ने कई घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. उसने पूछताछ में बताया कि वह पहले नक्सलियों के लिए खाना, पानी, बारूद व अन्य सामग्री उपलब्ध कराने का काम करता था. बाद में वह मारक दस्ता का सदस्य हो गया और वह घटना को अंजाम देने लगा. उसने बताया कि वह 2010 से ही संगठन से जुड़ा हुआ है. बीच में वह संगठन छोड़ कर फरार हो गया था. क्योंकि उसे कहा गया था कि प्रतिमाह 5 हजार रुपये वेतन मिलेगा, लेकिन आज तक एक रुपया भी वेतन नहीं दिया गया.