अंकित आनंद/ भागलपुर. आदिवासी क्षेत्राें में नक्सली संगठन अपना प्रभाव दिखाने को लेकर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन कर सकता है. 9 अगस्त यानी मंगलवार को विश्व आदिवासी दिवस है. खुफिया सूचना के अनुसार इस दौरान नक्सलियों द्वारा हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया जा सकता है. इसको लेकर पुलिस मुख्यालय की ओर से राज्य भर के जिलों की पुलिस को अलर्ट किया गया है. खास तौर पर 10 जिलों में हाल में देखे गये नक्सली गतिविधियों को लेकर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है. इनमें सभी जिलों में संवेदनशील स्थलों, जंगलों, पहाड़ी रास्तों आदि जगहों का सिक्योरिटी ऑडिट कर विशेष प्रशासनिक सतर्कता बरतने और आवश्यक सुरक्षात्मक और निरोधात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.
मुख्यालय की ओर से जारी किये गये निर्देश के मुताबिक नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता की ओर से विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त को संगठन के केंद्रीय कमेटी द्वारा वन संरक्षण नीति, दंडकारण्य और बिहार-झारखंड की आदिवासी जनता के संघषों के समर्थन में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन करने की घोषणा की गयी है. मुख्यालय ने इस पर आशंका जताते हुए कहा है कि उक्त कार्यक्रमों के माध्यम नक्सलियों द्वारा आदिवासी समुदाय के लोगों को रेडिक्लाइज (उग्र) कर संगठन में शामिल करने और संगठन विस्तार करने का भी आह्वान किया जा सकता है.
मुख्यालय ने आशंका जताते हुए कहा है कि वर्तमान में सुरक्षा बलों द्वारा राज्य में नक्सल संगठन के शीर्ष नक्सलियों की गिरफ्तारी की गयी है. साथ ही कई शीर्ष नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इसके अलावा पुलिस मुठभेड़ के क्रम में कुछ नक्सली मारे भी गये हैं. इसको लेकर नक्सल संगठन में आक्रोश है. ऐसे में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर नक्सली छद्म वेश धारण कर हिंसक हमला कर सकते हैं.
नक्सली हमले की आशंका को लेकर कई ऐसे स्थल, जगह या लोग हैं जिन पर विशेष नजर रखने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा नक्सली द्वारा अपने प्रभाव वाले क्षेत्र में सुरक्षा बलों के आवागमन के मार्गों खास तौर पर जंगली पहाड़ी रास्तों, पुल-पुलिया, पगडंडी आदि को हिंसक हमले के लिए निशाना बना सकते हैं.
कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई, बांका व इसके अलावा अन्य जिलों में लखीसराय, मुंगेर और बगहा में नक्सली गतिविधि होने की बात भी कही जा रही है. वहीं इन जिलों की सीमाओं से सटे जिलों में भी अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है. पुलिस को मिले इनपुट के आधार पर छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है.