बिहार: औरंगाबाद में जवानों को उड़ाने की तैयारी में थे नक्सली, नक्सलग्रस्त इलाके से मिला विस्फोटकों का जखीरा
Bihar Naxal News: बिहार के औरंगाबाद में नक्सलग्रस्त इलाके से फिर एकबार विस्फोटकों का जखीरा मिला. सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की नक्सली साजिश को फेल किया गया. बता दें कि एक दिन पहले भी आइडी बरामद किए गए थे और उसे डिफ्यूज किया गया था.
Bihar Naxal News: बिहार के औरंगाबाद जिले के नक्सलग्रस्त मदनपुर प्रखंड के लडुइया पहाड़ व आसपास के इलाके में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की साजिश विफल कर दी है. बड़ी बात यह है कि नक्सलियों की टोह में चलाये गये सर्च अभियान में विस्फोटकों का जखीरा बरामद किया गया है. उक्त इलाके से लगभग 1662 किलो का 554 पीस केन आइइडी और छह-छह किलो के दो प्रेशर आइइडी के साथ 16 हजार 80 पीस कॉमर्शियल इलेक्ट्रिक डेटोनेटर बरामद किये गये हैं. नक्सलियों की धर-पकड़ के लिए पूरे इलाके को घेरकर पुलिस सर्च अभियान चला रही है. गौरतलब है कि शुक्रवार को नक्सलियों ने भारत बंद का आह्वान किया था. हालांकि, बंदी का असर औरंगाबाद जिले में नहीं दिखा.
नक्सलियों द्वारा सुरक्षाबलों पर हमले की थी तैयारी
इधर, विस्फोटकों की बरामदगी से संबंधित जानकारी देते हुए एसपी स्वप्ना जी मेश्राम ने बताया कि मदनपुर थाना क्षेत्र के लडुइया पहाड़ व आसपास के क्षेत्रों में नक्सलियों द्वारा सुरक्षाबलों पर हमले की तैयारी की जा रही थी. सूचना के बाद सीआरपीएफ के पुलिस उप महानिरीक्षक, कोबरा 205 के समादेष्टा व उनके निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक अभियान मुकेश कुमार तथा उप समादेष्टा अमित कुमार, कोबरा के सहायक समादेष्टा रॉबर्ट हॉकिप के नेतृत्व में कोबरा व एसटीएफ की टीम गठित की गयी. 21 दिसंबर को लडुइया पहाड़ के समीप नक्सलियों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया. सुरक्षा बलों को देखते ही नक्सलियों के पांव उखड़ गये. हालांकि, उन्हें पकड़ने के लिए भरपूर प्रयास किया गया.
विस्फोटकों का जखीरा बरामद
एसपी ने बताया कि पुलिस को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से विस्फोटकों का जखीरा रखा गया था. दो प्रेशर आइइडी, 554 केन आइइडी, 16080 पीस डेटोनेटर और चार बंडल कोटेक्श वायर को बरामद कर चिह्नित जगह पर नष्ट कर दिया गया. एसपी ने बताया कि पुलिस की इस कार्रवाई से नक्सलियों का मनोबल ध्वस्त हो गया है.
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आइइडी से उड़ाने की साजिश पहले भी नाकाम कर चुकी है पुलिस
बता दें कि जिले के अति नक्सल प्रभावित मदनपुर प्रखंड के दक्षिणी इलाके में ठीक इस घटना के एक दिन पहले ही सुरक्षा बलों को उड़ाने की साजिश नाकाम की गयी थी. कोबरा बटालियन के जवानों ने आइइडी की पहचान कर ली थी और उसे बरामद करके सुरक्षित जगह पर ले जाकर डिफ्यूज कर दिया था. दरअसल, पुलिस को सूचना मिली कि पचरूखिया के जंगल में सुरक्षा बलों को उड़ाने की तैयारी की जा रही है. सूचना के बाद एसपी स्वप्ना जी मेश्राम के निर्देश पर कोबरा 205 के डिप्टी कमांडेंट अमित कुमार सिंह के नेतृत्व में जवानों ने सर्च अभियान शुरू कर दिया. छकरबंधा व पचरूखिया के जंगल में सर्च अभियान के दौरान दो प्रेशर आइइडी पर सुरक्षाबलों की नजर पड़ी थी. सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर प्रेशर आइइडी को बरामद किया और उसे मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया था. बता दें कि तीन दिन पहले भी इसी इलाके से कोबरा की टीम ने दो आइइडी बरामद किया था. इस इलाके को नक्सलियों का गढ़ बताया जाता है. पुलिस को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जगह-जगह पर नक्सली आइइडी प्लांट करते हैं. पचरूखिया व छकरबंधा के जंगल से सैकड़ों आइइडी और हथियारों का जखीरा पुलिस बरामद कर चुकी है.
नक्सली बंद का मिला-जुला दिखा असर
बता दें कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों के द्वारा एक दिवसीय 22 दिसंबर को भारत बंद को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर रही. गया के इमामगंज थाना क्षेत्र में नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के द्वारा आहूत एक दिवसीय बंदी का मिला-जुला असर देखने को मिला. नक्सली बंदी के दौरान यातायात पूरी तरह से ठप रहे. इसके कारण रानीगंज और इमामगंज बस स्टैंड में यात्री बस नहीं खुली. सभी दुकानें भी बंद रहीं. बंदी के दौरान पुलिस पैट्रोलिंग देखी गयी. बताते चलें कि नक्सली संगठन के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो प्रवक्ता समता ने प्रेस नोट जारी कर बताया है कि 16 से 22 दिसंबर तक दमन विरोधी सप्ताह के अंतिम दिन बंद रहेगा. यह बंद बिहार- झारखंड में 22 महीनों से क्रांतिकारी आंदोलन पर केंद्र की बर्बरता के विरोध में किया गया था.